उत्तराखंड के विकास में श्रेष्ठ बनकर बदलाव में बनें सहभागी : डॉ.कृष्ण गोपाल
देहरादून, 14 नवंबर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने सोमवार को कहा कि उत्तराखंड के विकास में श्रेष्ठ बनकर इस परिदृश्य के बदलाव के लिए आगे आएं। उत्तराखंड के लोग अध्ययन शील हैं और देश के चहुंमुखी विकास में देश के विभिन्न विभागों में अपनी सेवाएं देते हुए अपना अतुलनीय योगदान दिया है। उन्होंने बढ़ते पलायन को रोकने के लिए राज्य के बाहर बड़े पदों पर बैठे उच्च वर्ग को संकल्पित होकर प्रदेश के उत्थान में आगे आने का आह्वान किया।
सोमवार देर शाम 15 तिलक रोड स्थित संघ के प्रांत कार्यालय पर हुए कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल ने विश्व संवाद केन्द्र के दीपावली विशेषांक-2022 के विमोचन के मौके पर यह विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन के समय से अभी तक राज्य के असंख्य लोगों ने सीमाओं की रक्षा करते हुए अपने प्राणों की आहुति दी है। युवाओं को रोजगार,स्वरोजगार से जोड़ने के साथ ही स्वास्थ्य, शिक्षा की समुचित व्यवस्था पर काम करना आज की आवश्यकता है। उन्हाेंने कहा कि यह पत्रिका उत्तराखंड के गांव समाज के उत्थान में अपनी बड़ी भूमिका निभा रही है। आने वाले दिनों में आम जन की आवश्यकता को समाज के सामने परोसने और समस्याओं को दूर करने में मददगार बन कर महत्वपूर्ण भूमिका निभाया जा सकती है।
डॉ. गोपाल ने कहा कि प्रदेश के सुदूरवर्ती गांवों में आज भी चिकित्सा और शिक्षा को लेकर समस्याओं से गुजरना पड़ता है। हालांकि प्रदेश में स्कूलों का विस्तार तेजी हो रहा है। शिक्षा के बाद यहां के युवाओं के लिए रोजगार पाना भी चुनौतियों से भरा है। इसके लिए इंडस्ट्री प्रचुर मात्रा में लगे इस पर विचार करना है। इसके लिए तंत्र को और विकसित करना होगा ताकि स्थानीय लोगों को अपने स्थान पर रोजगार के अवसर मिल सकें।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में बड़ी-बड़ी सड़क दुर्घटनाएं मन को व्यथित करने वाली होती हैं जबकि कोहिमा, शिलांग के साथ विदेशों में कई शहर पर्वत पर बसे हैं। वहां इतनी संख्या में दुर्घटनाएं नहीं होती हैं। एकाध घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो। यह प्रबुद्ध जनों के लिए चिंतन और शोध अध्ययन का विषय है। इसे रोकने के लिए प्रभावी और ठोस दिशा में आगे बढ़ना होगा।
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के लोग देश ही नहीं विदेशों में सरकारी और निजी प्रतिष्ठानों के विभिन्न क्षेत्रों में बड़े-बड़े पदों पर कार्यरत हैं। राज्य से बाहर कार्य कर रहे हैं। अब समय आ गया है कि ये लोग राज्य के विकास में अपने-अपने विधा के साथ गांव शहर के लिए योगदान दें, जिससे प्रदेश के लोगों के जनजीवन में खुशहाली लाई जा सके।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य को लेकर अनेक चुनौतियां पहले भी थीं और अब भी हैं। अब इस दिशा में राज्य के चिकित्सक जो बाहर के राज्य में काम करते हैं, उन्हें एक श्रृखंला या टोली बनाकर राज्य के गरीब वर्गों के उपचार के लिए आना होगा। ऐसे बहुत चिकित्सक है जो चारधाम मार्गों पर अपनी अपनी टीम बनाकर कार्य कर रहे हैं।
इस मौके पर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र कार्यवाह डॉ.प्रमोद, क्षेत्र प्रचारक महेन्द्र, प्रचारक प्रमुख जगदीश, प्रांत कार्यवाह दिनेश सेमवाल, विश्व संवाद केन्द्र के अध्यक्ष सुरेन्द्र मित्तल, प्रांत के सह प्रचार प्रमुख संजय कुमार, डॉ रश्मि त्यागी, रीटा गोयल, राजेश सेठी, हिमांशु अग्रवाल, विशाल जिंदल, दिनेश उपमन्यु ,बलदेव पाराशर सहित अन्य गण्यमान्य लोग मौजूद रहे।