मेरठ में मुस्लिम बहुल नगर निकायों को लेकर भाजपा ने बनाई रणनीति
मेरठ, 09 नवम्बर। नगरीय निकाय चुनावों में इस बार मुस्लिम बहुल वार्डों को लेकर भाजपा ने अपनी विशेष रणनीति तैयार की है। हर बार भाजपा मेरठ नगर निगम के मुस्लिम बहुल वार्डों और नगर निकायों में अपने प्रत्याशी उतारने से परहेज करती थी। इस बार मुस्लिमों के वार्डों और नगर निकायों में दमदार प्रत्याशी उतारे जाएंगे। इसके लिए भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा की सहायता ली जाएगी।
मेरठ नगर निगम के 90 वार्डों में से लगभग 23 वार्ड मुस्लिम बहुल हैं। इनमें से लगभग 20 वार्डों में भाजपा अपने प्रत्याशी नहीं उतारती। इन वार्डों से मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति ही पार्षद चुना जा रहा है। इसमें बसपा, सपा और कांग्रेस के मुस्लिम प्रत्याशी ही जीत हासिल करते रहे हैं। इस बार के नगरीय निकाय चुनावों को लेकर भाजपा ने अपनी रणनीति बदल दी है। मुस्लिम वार्डों में चुनाव दूर रहने के मिथक को भाजपा झुठला देगी। इस बार नगर निगम के सभी वार्डों में भाजपा के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। मुस्लिम बहुल वार्डों में भी दमदार प्रत्याशियों को चुनाव लड़ाया जाएगा। इसके लिए अल्पसंख्यक मोर्चा के साथ मिलकर दमदार प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारा जाएगा। अभी पार्टी की निगाह शासन स्तर से जारी होने वाली आरक्षण सूची पर लगी हुई है।
नगर पालिका और नगर पंचायतों पर भी बनाई रणनीति
सरधना नगर पालिका परिषद में मुस्लिम समुदाय के वोटर भारी तादात में हैं। यहां से मुस्लिम समुदाय का व्यक्ति ही अध्यक्ष चुना जाता रहा है। इस बार यहां से भी भाजपा ने अपना दमदार प्रत्याशी उतारने का फैसला किया है। फिलहाल आरक्षण सूची आने का इंतजार किया जा रहा है। इसी तरह से मुस्लिम बहुल सिवालखास नगर पंचायत के अध्यक्ष पद पर भी भाजपा अपना प्रत्याशी उतारेगी। सिवालखास के प्रभारी भाजपा के क्षेत्रीय मीडिया प्रभारी गजेंद्र शर्मा का कहना है कि पूरे जिले में भाजपा के सभी वर्गों में कार्यकर्ता मौजूद है। जनता के बीच लोकप्रिय कार्यकर्ता को चुनाव लड़ाया जाएगा। अल्पसंख्यक मोर्चा ने तेजी से मुस्लिम समुदाय के बीच भी भाजपा की पैठ बढ़ाई है। अब मुस्लिम भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नीतियों को पसंद कर रहे हैं। सरकारी योजनाओं का लाभार्थी वर्ग प्रत्येक समुदाय में है। इसका सीधा लाभ भाजपा को मिलेगा। भाजपा सरकारों द्वारा बिना किसी भेदभाव के विकास कार्य करने से भी मुस्लिम वर्ग का नजरिया बदला है। इसी तरह से किठौर नगर पंचायत, लावड़ नगर पंचायत, हर्रा नगर पंचायत आदि में भी भाजपा के दमदार कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ाया जाएगा।
विपक्षी दलों की नीति को समझ चुके अल्पसंख्यक
भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बासित अली का कहना है कि आजादी से लेकर अब तक विपक्षी दलों ने अल्पसंख्यकों खासकर मुस्लिमों को बरगला कर अपनी राजनीति की है। मुस्लिमों को भाजपा का हौवा दिखाकर उनके वोट हासिल किए, लेकिन उनका विकास नहीं किया। जब से केंद्र और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी है तो बिना किसी भेदभाव के सभी वर्गों का विकास हुआ है। अब अल्पसंख्यक वर्ग विपक्षी दलों की फूट डालने वाली नीति को समझ चुके हैं। इसका सीधा लाभ नगरीय निकाय चुनावों में भाजपा को मिलेगा। मुस्लिम बहुल इलाकों में भी भाजपा चुनाव लड़ेगी। इसके लिए खास प्लान बनाया गया है। पूरे प्रदेश के अल्पसंख्यक बहुल वार्डों में पार्टी के सिंबल पर प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। सरकार की योजनाओं में सबसे ज्यादा लाभार्थी अल्पसंख्यक समाज से है। हर बूथ पर 100 लाभार्थियों से संपर्क किया जा रहा है। अल्पसंख्यक सीधे भाजपा से जुड़ रहे हैं।