उत्तर प्रदेश

कनाडा में कोषाध्यक्ष चयन कराकर प्रधानमंत्री ने विश्व पटल पर दिया बुन्देलखण्ड को महत्व : सांसद

झांसी,30 अगस्त। यह मेरी विजय नहीं बल्कि पूरे विश्व में बुन्देलखण्ड, उ.प्र. के साथ ही सम्पूर्ण भारतवर्ष की विजय है। मुझे हैलीफैक्स, कनाडा में कोषाध्यक्ष के पद पर चयनित कराकर प्रधानमंत्री ने विश्व पटल पर बुन्देलखण्ड को महत्व दिया है। बुन्देलखण्ड क्षेत्र प्राकृतिक वैभव प्राचीन वास्तुकला प्रचुर साहित्य साधना की दृष्टि से महत्वपूर्ण है। यह बात सर्किट हाउस में पत्रकारों से चर्चा करते हुए झांसी-ललितपुर संसदीय क्षेत्र से सांसद व अभी हाल ही में हैलीफैक्स, कनाडा में कोषाध्यक्ष के पद पर चयनित हुए अनुराग शर्मा ने कही।

उन्होंने कहा कि बुन्देलखण्ड की सांस्कृतिक व वैदिक विरासत के रुप में महर्षी वेव्यास, महर्षी वाल्मीकि, गोस्वामी तुलसीदास, कवि केशव, राष्ट्रकवि मैथलीशरण गुप्त, डा.वृन्दावन लाल वर्मा आदि ने बुन्देलखण्ड को विश्वपटल पर खड़ा किया है। बुन्देलखण्ड की माटी में जन्मे स्वतंत्रता के प्रेरक वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई, झलकारी बाई, अवंती बाई लोधी, बुन्देला राजा मर्दन सिंह व क्रान्तिकारी स्वामी ब्रहम्मानन्द, दीवान शत्रुघ्न सिंह, पं. परमानन्द जैसे दिग्गज व्यक्तियों को इस बुन्देलखण्ड की भूमि में जन्म लेकर इतिहास में अमर हो गये हैं। खेल के क्षेत्र में हाॅकी के जादूगर मेजर ध्यानचन्द का भी अविस्मरणीय योगदान रहा है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देश की आजादी के 75 वें वर्ष के अमृत महोत्सव के अवसर पर बुन्देलखण्ड धरा पर जन्मे सांसद अनुराग शर्मा को राष्ट्रमण्डल संसदीय संघ (सीपीए) का कोषाध्यक्ष बनवाकर बुन्देलखण्ड को गौरवान्वित किया है एवं बुन्देलखण्ड को विश्व पटल पर स्थापित किया है। मैं बुन्देलखण्ड से हूं, इसलिए मैंने इस अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर कोषाध्यक्ष के पद पर निर्वाचन के चैलेन्ज को स्वीकार किया। बुन्देलखण्ड क्षेत्र के लोग अभावों का बहादुरी से सामना करते हैं। आर्थिक रुप से तो कमजोर हो सकते हैं, लेकिन प्रतिभाओं के क्षेत्र में अग्रणीय होते हैं। प्रधानमंत्री बुन्देलखण्ड को बढ़ावा देना चाहते हैं इसलिये उन्होंने मुझे बुन्देलखण्ड से लेकर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर के पटल पर आगे बढ़ाया है।

बताते चलें कि सीपीए, दुनिया का सबसे बड़ा और सबसे पुराना अंतरराष्ट्रीय संसदीय संघ है, जिसके निर्वाचित अनुराग शर्मा सांसद (लोकसभा) झांसी को कोषाध्यक्ष के रूप में उन्हें दूसरा भारतीय पदाधिकारी बना दिया गया और इसलिए सीपीए में भारत के लिए एक और सीट बढ़ा दी गई, जिससे कुल भारतीय संख्या अब 4 प्रतिनिधियों तक पहुंच गई। सम्मेलन की थीम ‘इंक्लूसिव,एक्सेसिबल, अकॉउंटेबल एंड स्ट्रांग पार्लियामेंट, द कार्नर स्टोन ऑफ डेमोक्रेसी एंड एसेंशियल फ़ॉर डेवलोपमेन्ट’ है। राष्ट्रमंडल केवल एक नाम नहीं है, बल्कि एक लक्ष्य है। राष्ट्रों का एक समाज जो समान उद्देश्यों के साथ मिलकर काम करता है।

बताया गया कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की वर्तमान में लगभग 180 शाखाएं हैं और यह नौ क्षेत्रों में विभाजित है। जिसमें अफ्रीका, एशिया, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटिश द्वीप और भूमध्यसागरीय, कनाडा, कैरिबियन, अमेरिका और अटलांटिक, भारत, प्रशांत और दक्षिण-पूर्व एशिया। सीपीए मुख्यालय सचिवालय लंदन में स्थित है। इसमें 56 देशों के 180 संसद, विधानमंडल एवं विधानसभा के सदस्य शामिल हुए। इनकी संख्या करीबी 18000 है। राष्ट्र्मंडल के गठन का मुख्य उद्देश्य लोकतंत्र, साक्षरता, मानवाधिकार, बेहतर प्रशासन, मुक्त व्यापार और विश्व शांति को बढावा देना है। हैलिफैक्स, कनाडा में आयोजित 65वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में हुई 65वीं सीपीए महासभा के दौरान, राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) की कार्यकारी समिति सदस्यों द्वारा इयान लिडेल-ग्रेंजर, एमपी (यूनाइटेड किंगडम) को नए अध्यक्ष के रूप में चुना। उन्होंने अप्रैल 2021 से सीपीए कार्यकारी समिति के कार्यवाहक अध्यक्ष की भूमिका निभाई है।

सीपीए अध्यक्ष सीपीए महासभा द्वारा तीन साल के लिए चुना जाता है और एसोसिएशन का नेतृत्व करने के लिए सीपीए महासचिव और यूके स्थित सीपीए मुख्यालय सचिवालय के साथ काम करता है। सदस्यों ने भी अध्यक्ष की नियुक्ति का समर्थन किया।

बड़े अनुभवी हैं राष्ट्रमंडल संसदीय दल के कोषाध्यक्ष सांसद अनुराग शर्मा

सांसद अनुराग शर्मा ने अपनी मैनेजमेंट की पढ़ाई हार्वर्ड बिजनेस स्कूल, बोस्टन से की और उसके बाद उन्होंने ख्याति प्राप्त उद्योगपति के रूप में बैद्यनाथ आयुर्वेदिक भवन में कार्यकारी निदेशक के रूप में कमान संभाली थी। उनकी कार्यकुशलता और उपलब्धियों को देखते हुए सांसद के रूप में अनुराग शर्मा को कई अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल किया जा चुका है। सांसद अनुराग शर्मा नेतृत्व में बैद्यनाथ आयुर्वेदिक भवन अपने 100 वर्षों का सफलतम कार्यकाल पूरा किया है और इसकी सतत प्रगति जारी है। व्यावसायिक क्षेत्र में आपने एक के बाद एक नई उपलब्धियां हासिल करते हुए आयुर्वेद की प्रगति के लिए बैद्यनाथ रिसर्च फाउंडेशन लिमिटेड और के विकास में अग्रणी भूमिका निभाई है।

इसके साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेदिक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए आयुर्वेदान्त प्राइवेट लिमिटेड की भी स्थापना की, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयुर्वेदिक उत्पादों को लोकप्रिय बनाने का कार्य कर रही है। विश्व प्रसिद्ध आयुर्वेदिक उत्पाद ‘मंत्रा’ इसी कंपनी का एक उत्पाद है। इसके अतिरिक्त अनुराग शर्मा कैपिटल क्राफ्ट लिमिटेड, यामा फाइनेंस लिमिटेड और बुंदेलखंड की सबसे बड़ी प्लास्टिक उत्पादक पीतांबरा प्लास्टिक प्राइवेट लिमिटेड के संचालक हैं।

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