पराली जलाने की घटनाओं को तुरंत रोके पंजाब के 22 जिलों के उपायुक्त – सीएक्यूएम
नई दिल्ली, 04 नवंबर। पंजाब में पराली जलाने के बढ़ते मामलों से राजधानी दिल्ली और आसपास के शहर गैस के चैंबर में तब्दील हो रहे हैं। शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर का वायु गुणवत्ता सूचकांक 476 रिकॉर्ड किया गया। प्रदूषण को कम करने के लिए गठित वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने शुक्रवार को पंजाब के 22 जिलों के उपायुक्तों को पराली जलाने की घटनाओं को तुरंत रोकने के निर्देश दिए।
पंजाब में पराली जलाने की घटनाओं को रोकने के उपायों की समीक्षा करते हुए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग (सीएक्यूएम) ने शुक्रवार को पंजाब के मुख्य सचिव एवं 22 जिलों के उपायुक्तों के साथ बैठक की। समीक्षा बैठक में पिछले दिनों पराली जलाने के मामलों में अचानक वृद्धि को रोकने के लिए किए जा रहे कार्रवाई को तत्काल तेज करने के निर्देश दिए गए । आयोग ने पंजाब के 22 जिलों के उपायुक्तों को पिछले साल की तुलना में साल 2022 में पराली जलाने की घटनाओं को कम करने की उनकी प्रतिबद्धताओं को याद दिलाया ।
पंजाब के अमृतसर, बरनाला, भटिंडा, फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला, लुधियाना, संगरूर, तरनतारन और पटियाला सहित 10 जिलों के उपायुक्तों को विशेष रूप से ध्यान देने और योजना के कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करने की सलाह दी गई ।