समाजिक गैर बराबरी दूर करने के लिए जातीय जनगणना जरूरी:उपेन्द्र कुशवाहा
मोतिहारी,27अगस्त। महात्मा फूले समता परिषद के तत्वाधान मे नगर भवन मे आयोजित एक दिवसीय संगोष्ठी कार्यक्रम शिरकत करने पहुंचे जदयू संसदीय बोर्ड के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेन्द्र कुशवाहा ने जातीय जनगणना को लेकर भाजपा पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा कि भाजपा भारत मे जातीय जनगणना नही कराना चाह रही है,लेकिन बिहार सरकार इसके लिए कटिबद्ध है।
उन्होने भाजपा को घेरते हुए कहा कि समाज मे जो विषमता है।उसे पाटने के लिए जातीय जनगणना अति आवश्यक है।समाज मे व्याप्त गैरबराबरी को दूर करने के लिए आज सरकार जो योजना बनाती है।उसका आधार 1931 मे हुए जातीय जनगणना है।इतने पुराने आंकड़े के आधार पर बनने वालीघ योजना वो आमलोगो की समस्या दूर करने मे विफल साबित हो रही है।अलग अलग जगहो पर कोर्ट ने भी कहा है कि ताजा आंकड़ा चाहिए।नही तो सरकार कोई भी हो काम नही पायेगी।पिछड़ा अति पिछड़ा या समान्य जाति मे जो भी गरीब है उन्हे लाभ नही मिल पायेगी।
उन्होने कहा कि देशस्तर पर जातीय जनगणना होना जरूरी है।विषमता जिस दिन समाप्त होगी।ऐसे ही सब ठीक हो जायेगी।भाजपा आज संवैधानिक मुद्दो को छोड़कर सांप्रदायिक मुद्दो पर चल रही है।बिना कुछ किये धार्मिक भावना भड़का कर वोट लेना उनका आधार है।ऐसे मे भाजपा कभी नही चाहेगी समाज मे गैर बराबरी समाप्त हो।बिहार भाजपा मे तो आक्रमकता स्वाभाविक है क्योंकि उनकी कुर्सी चली गई है।