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पाइथियन खेलों को बढ़ावा देने के लिए पहल करे केन्द्र सरकार : बिजेंदर गोयल

नई दिल्ली, 29 सितंबर। मॉडर्न पाइथियन खेलों के संस्थापक बिजेंदर गोयल ने केन्द्र सरकार से अनुरोध किया है कि पाइथियन खेलों को बढ़ावा देने के लिए सरकार आगे आए।

गोयल ने गुरुवार को इंटरनेशनल पाइथियन काउंसिल की ओर से आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि दुनिया के 90 से अधिक देशों में पाइथियन खेलों को बचाने के लिए पहल की जा रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया है कि वह पाइथियन खेलों को बचाने के लिए उसी तरह से पहल करे जिस तरह से स्विट्जरलैंड ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति को प्रायोजित और संरक्षित किया है। उन्होंने उम्मीद जताई कि भविष्य में इन खेलों के अपेक्षित परिणाम ओलंपिक खेलों से बेहतर होंगे।

गोयल ने कहा कि अब समय आ गया है कि दुनिया भर में इस खेल के कानूनी ढांचे को स्थापित किया जाए। साथ ही सभी राष्ट्रीय पाइथियन काउंसिल और अंतरराष्ट्रीय पाइथियन काउंसिल के लिए शासी निकायों को नामित कर कला और सांस्कृतिक गतिविधियां शुरू की जाएं।

गोयल ने कहा कि पाइथियन खेल हर चार साल में आयोजित किए जाएंगे। इसके लिए किसी भी राष्ट्रीय या राज्य परिषद को उनकी मेजबानी करने के लिए बोली लगाने की अनुमति दी जाएगी। खेल, त्यौहार और अन्य गतिविधियां आठ मुख्य रचनात्मक क्षेत्रों में होंगी, जिसमें संगीत, प्रदर्शन कला, दृश्य कला, सामाजिक और पारंपरिक कला, भाषा और साहित्यिक कला, वास्तुकला और पारिस्थितिकी, रोबोटिक्स और डिजिटल कला, मार्शल आर्ट, मनोरंजन, एडवेंचर, ई-स्पोर्ट्स, एयर स्पोर्ट्स और पारंपरिक खेलों के साथ-साथ रचनात्मक रूपों को वापस लाने में मदद मिलेगी। उन्होंने बताया कि उन्होंने 2027 में पहला पाइथियन गेम्स, 2025 में जूनियर पाइथियन गेम्स और 2024 में पैरा पाइथियन गेम्स आयोजित करने का प्रस्ताव रखा है।

क्या है पाइथियन खेल

पाइथियन खेलों की ऐतिहासिक समय सीमा 582 ईसा पूर्व में शुरु हुई। मॉडर्न पाइथियन खेलों के संस्थापक बिजेंदर गोयल के अनुसार कला और संस्कृति के मामले में पाइथियन खेल भी ओलंपिक खेलों जैसे ही हैं। यह ओलंपिक के साथ-साथ पैन-हेलेनिक खेलों का हिस्सा रहा है। कुश्ती, रथ दौड़, संगीत, नृत्य, कविता आदि पाइथियन खेलों का हिस्सा थे। 394 ईस्वी के बाद सभी पैन हैलेनिक खेलों को बंद कर दिया गया। इसके बाद 1894 में पाइथियन खेलों को फिर से शुरु किया गया, लेकिन बंद होने के बाद उन खेलों को पुनर्जीवित नहीं किया गया था। गोयल ने कहा कि पाइथियन खेलों को ओलंपिक के बाद दूसरे स्थान पर रखा गया था। ओलंपिक के विपरित, पाइथियन खेलों में कला और नृत्य के लिए प्रतियोगिताएं भी शामिल थी, जो खेलों के एथलेटिक हिस्से को पूर्व दिनांकित करती थी और महिलाओं को कुछ आयोजनों में भाग लेने की अनुमति थी। पाइथियन खेलों के छोटे संस्करण लेवेंट और ग्रीस के कई अन्य शहरों में भी मनाए गए, लेकिन दुर्भाग्य से पाइथियन खेलों को कवर करने वाले प्रशंसा पत्र और दस्तावेज बच नहीं सके, क्योंकि हिंसा और प्राकृतिक आपदाओं के कारण वे नष्ट हो गए।

गोयल ने कहा कि प्राचीन ओलंपिक का आधिकारिक आयोजन ग्रीस के ओलंपिया में 776 ईसा पूर्व में हुआ था, लेकिन इसे ग्रीस के एथेंस में पहले आधुनिक ओलंपिक खेलों के रूप में आयोजित होने में 1503 साल लग गए। प्राचीन ओलंपिक खेल ओलंपिया, ग्रीस में 8वीं शताब्दी ईसा पूर्व से चौथी शताब्दी ईस्वी तक आयोजित किए गए थे। 1894 में अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) का निर्माण हुआ, जिसके बाद वर्ष 1896 में पहली बार आधुनिक खेलों का आयोजन ग्रीस की राजधानी एथेंस में हुआ था।

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