चंपावत उपचुनाव: भाजपा जीत के अंतर तो कांग्रेस टक्कर की तैयारी में
चंपावत
चंपावत उपचुनाव में भाजपा जहां भारी अंतर से जीत की तैयारी में है वहीं कांग्रेस भी पुष्कर सिंह धामी को टक्कर देने के साथ जीत का दंभ भर रही है। हालांकि अभी कांग्रेस की ओर से नाम तय नहीं है कि कौन मैदान में उतरेगा। भाजपा एक विशेष प्लान के तहत आगे बढ़ रही जबकि कांग्रेस अभी उम्मीदवार के नाम तय करने में पीछे है।
भाजपा विधायक के चंपावत सीट से इस्तीफा देने के बाद उपचुनाव हो रहा है। निर्वाचन आयोग की ओर से उपचुनाव के लिए तिथि तय कर दी गई है। ऐसे में भाजपा को चुनाव जीतना और हारी कांग्रेस को फिर से उपचुनाव में पूरी ताकत से चुनाव लड़ना पार्टी के लिए चुनौती बनी हुई है। चुनाव हारने के बाद कांग्रेस के नए कप्तान करन माहरा जीत का दंभ भर रहे हैं लेकिन यह राह फिलहाल कांग्रेस के लिए आसान नहीं है। उपचुनाव उनके लिए चुनौती के तौर पर रेखा जा रहा है। भाजपा चुनाव घोषणा से पहले की चंपावत फतह के लिए टीम की घोषणा कर रणनीति के साथ आगे बढ़त बना ली है।
कांग्रेस अध्यक्ष माहरा ने चंपावत उपचुनाव के लिए 3 विधायकों ने पर्यवेक्षक के रूप में अपनी फाइनल रिपोर्ट हाईकमान को सौंप दी है। जल्द ही नामों पर चर्चा होने के बाद उम्मीदवार के नाम पर निर्णय होगा। हिमेश खर्कवाल कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ते आए हैं और साल 2022 का चुनाव भी वे लड़े थे। कांग्रेस उन्हें दोबारा चुनावी मैदान में उतारने के लिए तैयार नहीं दिख रही है। ऐसे में अब पार्टी हाईकमान के आदेश का इंतजार है। कांग्रेस की यह कोशिश रहेगी कि भारी-भरकम उम्मीदवार को मैदान में उतार कर पुष्कर सिंह धामी को सीधी टक्कर दी जा जाए।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि चंपावत में पार्टी पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में सत्ता पक्ष को टक्कर ही जीत के लिए काम करेंगे। उन्होंने कहा कि चंपावत खटीमा से लगी हुई विधानसभा है। पुष्कर सिंह धामी अपनी सीट पर मुख्यमंत्री रहते कोई विकास नही कर पाए इस लिए खटीमा के लोगों ने उन्हें नकार दिया। अब चंपावत से चुनाव लड़ रहे हैं तो यहां की जनता भी उन्हें बाहर का रास्ता फिर दिखाएगी।
भाजपा चुनाव में बड़े अंतर से जीत के साथ प्रदेश ही नहीं देश में एक संदेश देने की तैयारी में है। पिछले महीने भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएस संतोष की मौजूदगी में चंपावत उपचुनाव के लिए कमेटी की घोषणा की गई थी। भाजपा कार्यकर्ता उपचुनाव तय होने से पहले ही चुनाव की तैयारी में जुट गए हैं। इस लिहाज से संगठन महामंत्री अजेय कुमार सहित अन्य नेता कई दौर की बैठकें कर रणनीति को गति देने में जुटे हुए हैं।
प्रदेश प्रवक्ता विनोद सुयाल ने कहा कि चंपावत चुनाव को लेकर भाजपा पूरी योजना के साथ काम कर रही है। पहले भी इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार ने जीत दर्ज किया था। अब मुख्यमंत्री के चुनाव लड़ने से वहां के कार्यकर्ताओं और आमजन में विकास की उम्मीद जगी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी चंपावत में 09 मई को अपना नामांकन करेंगे इसके लिए सभी तैयारियां शुरू कर दी गई हैं।
राज्य के पांचवें विधानसभा चुनाव में भाजपा ने दो-तिहाई बहुमत के साथ 70 में से 47 सीटों पर जीत दर्ज कर लगातार दूसरी बार सत्ता में वापसी की, लेकिन मुख्यमंत्री धामी स्वयं चुनाव हार गए। उनके लिए चंपावत सीट भाजपा विधायक ने खाली किया है। अब इस सीट पर चुनाव हो रहा है।
चंपावत उपचुनाव के लिए चार मई को गजट अधिसूचना जारी हो गई है। इसके बाद नामांकन की प्रक्रिया आरंभ होगी। 09 से लेकर 11 मई तक नामांकन की आखिरी तारीख है। 31 मई को मतदान होना है और और तीन जून को नतीजे घोषित किए जाएंगे।