बरसात के कारण बदलते मौसम से छोटे बच्चों पर पड़ रहा है असर : डा. निशांत
बाल रोग विशेषज्ञ डा. निशांत मित्तल जानकारी देते हुए।
गन्नौर। बरसात के कारण मौसम में हो रहे बदलाव के चलते अधिकत्तर बच्चे वायरल फीवर की चपेट में आ रहे हैं। मौसमी बीमारी से प्रभावित लोगों का सर्दी, खांसी, जुकाम, तेज बुखार, सिरदर्द आदि शिकायत लेकर डॉक्टर के पास आने का सिलसिला लगातार जारी है। मरीजों के परिजनों ने बताया कि इसमें तेज बुखार आती है और बुखार कई दिनों तक नहीं उतरता है। बीमारी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि प्रतिदिन बच्चों के अस्पतालों में मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। पिछले दो सप्ताह का आंकड़ा देखा जाए तो प्रतिदिन बच्चों की संख्या बढ़ रही है। सोनीपत के मित्तल नर्सिंग होम के बाल रोग विशेषज्ञ डा. निशांत मित्तल ने बताया कि मौसम परिवर्तन के कारण बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे है। बरसात के कारण मौसम में लगातार हो रहे परिवर्तन के कारण बीमारी का फैलाव हो रहा है। उन्होने कहा कि वातावरण में काफी तेज गर्मी तो कभी नमी के कारण बच्चे बीमारी की चपेट में आ रहे है। कई बार तो बच्चे को ज्यादा सांस लेने मे भी दिक्कत आ जाती है तो ऐसे में मां- बाप को घबराना नही चाहिए। उन्होने बताया कि इस बीमारी के संक्रमण के कारण परिवार के अन्य छोटे बच्चे चपेट में आने के बाद अन्य सदस्यों के भी प्रभावित होने की संभावना बनी रहती है। शिशु रोग विशेषज्ञ डा. मित्तल ने बताया की मौसम में लगातार हो रहे बदलाव का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ता है। इसलिए इस मौसम में बच्चे ज्यादा मौसमी बीमारी की चपेट में आ रहें है। इसलिए माता पिता को बच्चों का पूरा ख्याल रखना चाहिए।