गणतंत्र दिवस को गरिमापूर्ण ढंग से मनाने के लिए मुख्य सचिव ने जारी किये दिशा निर्देश
लखनऊ, 24 जनवरी। उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस समारोह को गरिमापूर्ण ढंग से मनाये जाने के सम्बंध में प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किया है।
मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने मंगलवार को बताया कि हमारे देश के गौरवशाली इतिहास, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के त्याग और बलिदान तथा पूर्ण गणतंत्र बनने की याद दिलाने वाला 74वां गणतंत्र दिवस समारोह परम्परागत रूप से सादगी परन्तु आकर्षक ढंग से मनाया जाएगा। जिलाधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि समारोह की व्यवस्था के लिए एक परामर्शदाता समिति गठित कर ली जाय, जिसमें स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों के परिजन, विभिन्न सामाजिक संगठनों एवं राजनीतिक दल, सरकारी विभागों, शैक्षिक संस्थाओं, जिला सैनिक कल्याण कार्यालय आदि के प्रतिनिधियों को शामिल किया जाये। दिशा-निर्देशों में गणतंत्र दिवस समारोह, 2023 कार्यक्रम की रूपरेखा का वर्णन किया गया है, जिसमें जिलाधिकारी द्वारा व्यावहारिक स्तर पर सुविधानुसार यथोचित परिवर्तन किया जा सकता है।
मुख्य सचिव ने बताया कि प्रातःकाल 8.30 बजे सरकारी भवनों पर तिरंगा फहराया जाएगा तथा अभिवादन होगा। इस अवसर पर राष्ट्रगान के साथ संविधान में उल्लिखित संकल्पों के स्मरण की व्यवस्था की जाएगी। शिक्षण संस्थाओं में राष्ट्रध्वज सुबह 10 बजे फहराया जाएगा। इस अवसर पर राष्ट्रीय एकता, अखंडता, धर्म-निरपेक्षता और साम्प्रदायिक सौहार्द की भावना की मजबूत बनाने पर बल दिया जाएगा।
इसके अलावा समस्त शिक्षण संस्थाओं में इस अवसर पर ऐसे कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें राष्ट्रगान ‘जन-गण-मन’ का सामूहिक गायन भी सम्मिलित हो। विद्यार्थियों को संक्षेप में स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास बताया जाएगा और सशस्त्र सैन्यबलों के बलिदान को नमन करते हुए देशभक्तों के जीवन के प्रेरक-प्रसंगों की चर्चा की जाएगी, जिससे राष्ट्रीय चेतना विकसित हो। नाटक, विचार गोष्ठी तथा निबन्ध लेखन की प्रतियोगिताएं भी यथासम्भव आयोजित करायी जाये।
मुख्य सचिव ने बताया कि झंडा फहराने के कार्यक्रम के तुरन्त बाद पुलिस परेड की जाएगी, परेड की सलामी वहां उपस्थित केन्द्र अथवा प्रदेश सरकार के मंत्री गण द्वारा ली जाएगी। यदि वे उपस्थित न हो, तो परेड की सलामी मण्डलायुक्त अथवा जिलाधिकारी लेंगे। यदि विधान परिषद के सभापति या उपसभापति अथवा विधानसभा के अध्यक्ष या उपाध्यक्ष जिले में मौजूद हों, तो उनसे राष्ट्रध्वज फहराने का अनुरोध किया जाएगा। परेड में जिले के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों तथा सैन्य बल के शहीदों की पत्नियों और अभिभावकों को भी ससम्मान आमंत्रित किया जाएगा। दिन में शिक्षण संस्थाओं में खेलकूद, साइकिल रेस, दंगल आदि का आयोजन किया जायेगा, इस सम्बन्ध में खेल विभाग द्वारा जारी किये गये आदेशों के अनुसार कार्यवाही की जाएगी।
उन्होंने बताया कि तीसरे पहर में एनसीसी स्काउट और गाइड आदि का सम्मिलित रूट मार्च कराया जाएगा। अपराह्न में किसी खुले स्थान पर आम सभा का आयोजन किया जाएगा, जिसमें लोगों को तिरंगे झंडे एवं गणतंत्र दिवस के गौरवशाली इतिहास तथा उसके महत्व के बारे में बताया जाएगा। जनसाधारण को विशेष रूप से स्मरण कराने की चेष्टा की जाएगी कि हमारे अगणित देशभक्तों तथा अमर बलिदानियों के महान संघर्ष द्वारा जो स्वाधीनता हासिल की है, वह अमूल्य है और आगे उसकी रक्षा का दायित्व हमारे ऊपर और नई पीढ़ी पर है।
इसके अलावा गणतंत्र की मूल अवधारणाओं पर प्रकाश डालते हुए लोगों को प्रेरणा दी जाएगी कि देश व समाज का निर्माण प्रेम तथा सद्भावना, मेल-जोल एवं एक-दूसरे के धर्म, जाति, विचारों व महापुरुषों का आदर करने से होता है। इस समारोह में यथासम्भव स्थानीय स्वाधीनता संग्राम सेनानियों तथा सेना अथवा पुलिस बल के शहीदों के परिवार के सदस्यों को ससम्मान आमंत्रित किया जाएगा। लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य अथवा विधान परिषद एवं विधान सभा के सदस्य को बुलाया जाना सम्भव हो, तो उन्हें अवश्य आदरपूर्वक आमंत्रित किया जाएगा।
मुख्य सचिव ने बताया कि बढ़ते हुए प्रदूषण तथा बढ़ती जनसंख्या से हमारी विकास यात्रा प्रभावित हो रही है। सुखी भविष्य के लिए स्वच्छ पर्यावरण तथा सीमित परिवार की आवश्यकता को रेखांकित किया जाएगा। जनसाधारण को जनसभाओं तथा गोष्ठियों द्वारा यह समझाने का प्रयास किया जाएगा कि राजनीतिक स्वाधीनता के बाद आर्थिक स्वाधीनता तथा सामाजिक बराबरी के लिए अनेक कदम उठाने हैं। इस दिशा में शासन द्वारा किये जा रहे कार्यों के बारे में जनमानस को अवगत कराया जाएगा।
मुख्य सचिव ने निर्देश दिया है कि गणतंत्र दिवस के अवसर पर जनसभाओं के माध्यम से जनसाधारण को प्रदेश सरकार द्वारा समाज के विभिन्न वर्गों के हित तथा राज्य के समग्र विकास के लिए संचालित महत्वपूर्ण योजनाओं एवं कार्यक्रमों के सम्बन्ध में जानकारी भी दी जाये। साथ ही उन्हें यह भी जानकारी दी जाये कि वर्तमान सरकार सुशासन, सुरक्षा एवं विकास के रास्ते पर चलते हुए कानून व्यवस्था एवं भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टालरेन्स की नीति पर आगे बढ़ रही है।
दिशा-निर्देशों में मुख्य सचिव ने यह भी कहा है कि प्रदेश में शांति एवं सद्भाव का वातावरण सृजित करने के लिए इस अवसर पर जनमानस की अधिकतम जन सहभागिता सुनिश्चित की जाये और लोगों को प्रेरित तथा जागरूक भी किया जाये।