अपराध शाखा ने अलग-अलग दो मामलों में इनामी बदमाशों को किया गिरफ्तार
नई दिल्ली, 13 जून । दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने अलग-अलग दो मामलों में फरार चल रहे दो इनामी बदमाशों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान ग्वालियर, मध्य प्रदेश निवासी संतोष शर्मा उर्फ आशीष त्रिपाठी उर्फ आशीष शर्मा (32) और मोहम्मद नगर, सहारनपुर निवासी इरशाद अहमद (57) के रूप में हुई है। संतोष ने विदेश से महंगे तोहफे भेजने के नाम पर एक महिला से वर्ष 2016 में चार लाख की ठगी की थी।
वहीं आरोपित इरशाद अहमद मादक पदार्थों की तस्करी में 10 साल की सजा काट रहा था। लेकिन वर्ष 2017 में वह पैरोल पर बाहर आया और फरार हो गया। दोनों की गिरफ्तारी पर 50-50 हजार का इनाम घोषित था। पुलिस पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ कर रही है।
अपराध शाखा के डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने सोमवार को बताया कि आठ सितंबर 2016 को एक महिला ने चार लाख रुपये ठगी की शिकायत दी थी। पीड़िता ने बताया कि खुद को यूके निवासी बताकर एक युवक ने उससे दोस्ती थी। दोनों बातचीत करने लगे। इस दौरान आरोपित ने पीड़िता के लिए लाखों रुपये के तोहफे भेजने के लिए कहा। बाद में कोरियर कंपनी के प्रतिनिधि बनकर आरोपित ने तोहफे महंगे होने और उनकी कस्टम ड्यूटी व दूसरे मदों में पीड़िता से चार लाख रुपये ठग लिये।
ठगी का अहसास होने पर पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की। छानबीन के बाद अपराध शाखा ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी। मोबाइल नंबर और बैंक खातों के आधार पर आरोपित की पहचान संतोर्ष शर्मा के रूप में कर ली गई। लेकिन वह लगातार पुलिस को चकमा देता रहा। इस बीच संतोष की गिरफ्तारी पर पचास हजार का इनाम भी घोषित कर दिया गया। जांच के दौरन पुलिस को 9 जून को पता चला कि आरोपी पिंटो पार्क, ग्वालियर, मध्य प्रदेश में है। एक टीम को ग्वालियर भेजकर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया गया।
दूसरे मामले में सहारनपुर निवासी इरशाद ड्रग्स की तस्करी में जेल में बंद था। आरोपित को दस साल की सजा और एक लाख का जुर्माना सुना दिया गया। छह साल जेल में बिताने के बाद वर्ष 2017 में हाईकोर्ट ने उसे चार सप्ताह की पैरोल दे दी। जेल से बाहर आने के बाद वह दोबारा कभी जेल में नहीं लौटा। उसकी गिरफ्तारी पर भी 50 हजार का इनाम घोषित कर दिया गया। एक सूचना के बाद पुलिस की टीम ने आरोपित को रविवार को बागपत इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आरोपित से पूछताछ कर मामले की छानबीन कर रही है।