उत्तर प्रदेश

 उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने डेंगू कन्ट्रोल रूम का किया निरीक्षण, दिए आवश्यक निर्देश

-उप मुख्यमंत्री बोले, प्रदेश के सभी चिकित्सालयों में डेंगू के उपचार हेतु संसाधन उपलब्ध

-कोई समस्या होने पर कंट्रोल रूम नंबर 18001805145 एवं 104 पर संपर्क करें पीड़ित

-बुखार होने पर घबराये नहीं, तुरन्त नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उपचार करायें : पाठक

लखनऊ, 07 नवम्बर । उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने सोमवार को राजधानी स्थित स्वास्थ्य भवन में स्थापित डेंगू कन्ट्रोल रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि प्रदेश के समस्त चिकित्सक सतर्क रहें एवं अस्पतालों में व्यवस्था चाकचौबंद रहे।

उप मुख्यमंत्री ने चिकित्सकों से कहा कि अस्पतालों में आने वाले डेंगू मरीजों के परीक्षण एवं उपचार में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं है। उन्होंने बताया कि प्रदेश के सरकारी चिकित्सालयों में डेंगू के उपचार की पर्याप्त व्यवस्था है। समस्त चिकित्सालयों में डेंगू के उपचार हेतु आवश्यक दवाएं, रक्त उत्पाद एवं संसाधन उपलब्ध हैं। किसी को भी पैनिक होने की आवश्यकता नहीं है।

उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य स्तर पर दो कन्ट्रोल रूम 24×7 क्रियाशील हैं। किसी प्रकार की समस्या होने पर राज्य स्तर पर क्रियाशील कंट्रोल रूम नंबर 18001805145 एवं 104 पर संपर्क किया जा सकता है। इसके अतिरिक्त प्रदेश के समस्त जनपदों में भी कन्ट्रोल रूम स्थापित एवं क्रियाशील हैं।

पिछले वर्ष के मुकाबले इस साल डेंगू के कम मामले

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2021 में डेंगू के कुल 29,750 केस पाये गये थे तथा डेंगू रोग से कुल 29 दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई थी। वर्तमान वर्ष 2022 में 06 नवम्बर तक प्रदेश में कुल 8,968 रोगी सूचित हुये हैं, जिनमें से 10 रोगियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई है, जबकि विगत वर्ष 2021 में 06 नवम्बर तक प्रदेश में कुल 25,353 रोगी सूचित हुये थे, जिनमें से 25 रोगियों की दुर्भाग्यपूर्ण मृत्यु हुई थी।

श्री पाठक ने बताया कि प्रदेश में डेंगू रोग के नियंत्रण, रोकथाम एवं उपचार हेतु सरकार द्वारा गंभीरता के साथ प्रयास किए जा रहे हैं। प्रदेश में डेंगू रोगियों को भर्ती कर उपचारित किये जाने हेतु राज्य के समस्त जिला एवं ब्लॉक स्तरीय चिकित्सालयों में शैय्यायें आरक्षित हैं। उन्होंने बताया कि ब्लॉक स्तरीय चिकित्सा इकाईयों पर 4260 बेड्स तथा जनपद स्तरीय चिकित्सा इकाईयों पर 3380 बेड्स डेंगू रोगियों हेतु आरक्षित किए गए हैं। डेंगू रोग से सर्वाधिक प्रभावित जनपदों में प्रयागराज में 559 बेड्स, लखनऊ में 283 बेड्स, अयोध्या में 178 बेड्स, गाजियाबाद में 240 बेड्स तथा बदायूं में 95 बेड्स डेंगू मरीजों हेतु आरक्षित किए गए हैं।

उप मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश के चिकित्सालयों में प्रदेश में डेंगू रोगियों को आवश्यकतानुसार प्लेटलेट्स की उपलब्धता हेतु कुल 329 ब्लड बैंक क्रियाशील हैं। इनमें सरकारी क्षेत्र के 52 ब्लड बैंक में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधीन 28 तथा चिकित्सा शिक्षा के अधीन 22 व सेना के अधीन 2 ब्लड बैंक क्रियाशील है। इसके अलावा निजी क्षेत्र के अंतर्गत 277 ब्लड बैंक क्रियाशील है। प्रदेश के समस्त जनपदों में डेंगू रोगियों के उपचार हेतु समस्त आवश्यक औषधियां एवं फ्लूईड्स प्रचुर मात्रा में उपलब्ध हैं तथा समस्त आवश्यक उपकरण क्रियाशील है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में संचरित हो रहे संक्रामक रोगों के प्रति प्रभावी निरोधात्मक कार्यवाही का अनुश्रवण किये जाने हेतु राज्य स्तर से जनपदवार नोडल अधिकारियों को नामित किया गया है, जिनके द्वारा जनपदो में की जा रही गतिविधियों का स्थलीय अनुश्रवण एवं अन्य आवश्यक कार्यवाहियाँ सम्पादित की जायेंगी। डेंगू रोग की रोकथाम हेतु प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग एवं नगर विकास विभाग लगातार मिलकर कार्य कर रहे है, जिसके अन्तर्गत प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय भ्रमण कर मच्छर जनित परिस्थितियों को समाप्त करने हेतु सोर्स रिडक्शन एक्टिविटी, एन्टीलार्बल स्प्रे एवं फॉगिंग कराई जा रही है साथ ही साथ डेंगू रोग से बचाव एवं उपचार हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार का कार्य भी किया जा रहा है।

उप मुख्यमंत्री की अपील, घबराये नहीं हर बुखार नहीं होता डेंगू

उप मुख्यमंत्री ने आम जनता से अपील करते हुए कहा है कि हर बुखार डेंगू बुखार नहीं होता है तथा रक्त में प्लेटलेट की कभी होना डेंगू बुखार की पुष्टि नहीं करता है, क्योंकि अन्य वायरल बुखार में भी प्लेटलेट में कमी आती है। अतः घबराये नहीं। बुखार होने पर तुरन्त अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर उपचार कराये। डेंगू रोग से बचाव हेतु अपने घर एवं घर के आस-पास कूलर, फ्रीज के नीचे की ट्रे, पानी की टंकी, खुले में रखे टायर, गमले की नीचे की प्लेट एवं चिड़ियों के पानी पीने वाले बर्तन इत्यादि में पानी एकत्रित न होने दें। यदि ऐसे जगह पानी मिलता है तो वहाँ से पानी तुरन्त हटा दें।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker