दिल्ली

शिक्षक दिवस से पूर्व ‘संडे ब्रेकफास्ट’ पर उपमुख्यमंत्री ने की केजरीवाल सरकार के स्कूल प्रमुखों के साथ चर्चा

नई दिल्ली, 04 सितंबर। केजरीवाल सरकार के स्कूलों के शिक्षक व स्कूल प्रमुख दिल्ली की शिक्षा क्रांति के धव्जवाहक है। इन्ही के निरंतर मेहनत एवं प्रयास का नतीजा है कि दिल्ली का शिक्षा मॉडल रोज नई ऊंचाइयों को छू रहा है और पूरे विश्व में इसकी चर्चा हो रही है। दिल्ली सरकार हमेशा से अपने शिक्षकों को प्रोत्साहित करने, सम्मानित करने व उनके कामों को मान्यता देने की परम्परा का पालन करती है।

इसी क्रम में रविवार को उपमुख्यमंत्री एवं शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने शिक्षक दिवस से पूर्व दिल्ली सरकार के स्कूलों के कुछ स्कूल प्रमुखों के साथ ‘संडे ब्रेकफास्ट’ पर स्कूलों, बच्चों व शिक्षकों की बेहतरी को लेकर लम्बी चर्चा की।

बैठक में उपमुख्यमंत्री ने स्कूल प्रमुखों के साथ स्कूलों-बच्चों- शिक्षकों की बेहतरी के साथ-साथ स्कूलों में नए अनूठे प्रयोगों को अपनाने, उसे अन्य स्कूलों के साथ साझा करने, स्कूल व कम्युनिटी के बीच और बेहतर संबंध स्थापित करने आदि पर चर्चा की तथा दिल्ली सरकार अपने कामों की बदौलत लाखों बच्चों की जिन्दगी को प्रभावित करने वाले शिक्षकों का आभार प्रकट किया।

इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल सरकार के शिक्षामंत्री के नाते मुझे गर्व है कि हमारे स्कूल प्रमुख अपने स्कूलों को और शानदार बनाने, शिक्षको व बच्चों की बेहतरी के लिए लगातार अनूठे प्रयोग कर रहे है, नए सिरे से सोच रहे है, नवाचारों को अपना रहे है।

उन्होंने कहा कि हमारे स्कूल प्रमुखों के शानदार काम पर आज दिल्ली ही नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व है। क्योंकि स्कूल प्रमुख ही सरकार व स्कूलों के बीच की वो मुख्य कड़ी है जो शिक्षा संबंधी सभी नीतियों के जमीनी-स्तर पर कार्यान्वयन को सुनिश्चित करते है और सुनिश्चित करते है कि 1-1 बच्चा उससे सकारात्मक रूप से प्रभावित हो।

उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार के स्कूलों में आज जो बदलाव दिख रहे है वो हमारे स्कूल प्रमुखों के कारण ही संभव हो पाए है। अपने सभी शिक्षक साथियों के इनोवेटिव आइडियाज को बढ़ावा देकर, हमेशा टीचर्स व बच्चों को बेहतर करने के लिए प्रोत्साहित कर, टीचर-स्टूडेंट्स-कम्युनिटी के बीच बेहतर सम्बन्ध स्थापित कर, स्कूल में शानदार लर्निंग एनवायरनमेंट तैयार कर हमारे स्कूल प्रमुखों ने दिल्ली सरकार के स्कूलों की दशा-दिशा ही बदल दी है और यही कारण है कि पिछले सात सालों में हमारे स्कूलों ने नई ऊंचाइयां हासिल की है। और अब हमारे शिक्षक अपनी कड़ी मेहनत और शिक्षा के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ भारत को विश्व का नंबर.1 देश बनाने का काम करेंगे।

उपमुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस के पूर्व अपने शिक्षकों का आभार प्रकट करते हुए कहा कि, राष्ट्र निर्माण में शिक्षकों का सबसे बड़ा योगदान रहा है। हमारे शिक्षक अपने कामों से लाखों जिंदगियों को प्रभावित करते है। हमारे शिक्षक देश की नींव हमारे बच्चों को तैयार करते है।

उन्होंने कहा कि, आज दिल्ली की शिक्षा व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आए है ये दिल्ली के टीम एजुकेशन के सामूहिक प्रयासों का नतीजा है। हमने शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण बनाने का विजन देखा और हमारे शिक्षकों ने उसे साकार करने का काम किया है।

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