उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने जारी किया बाढ़ नियंत्रण आदेश 2022
नई दिल्ली, 30 जून । दिल्ली सरकार मानसून के दिनों में दिल्ली में जलजमाव की समस्या उत्पन्न न हो इसके लिए युद्धस्तर पर काम कर रही है। इस बाबत उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुरुवार को बाढ़ नियंत्रण आदेश (फ्लड कंट्रोल आर्डर) 2022 का विमोचन किया।
इस मौके पर सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली में मानसून के दौरान जलजमाव व यमुना नदी का जलस्तर बढ़ जाने के कारण खादर क्षेत्र में बाढ़ जैसी समस्या उत्पन्न न हो इससे बचने के लिए सभी नोडल एजेंसीज को साथ मिलकर काम करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पिछले साल भी सभी एजेंसियों के संयुक्त प्रयासों की मदद से इन समस्याओं से निपटने में काफी हद तक मदद मिली थी। इस बार भी राजस्व विभाग और अन्य संबंधित विभाग मानसून के दौरान बाढ़ जैसी आपदा से निपटने के लिए तैयार रहें।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल मानसून के दौरान जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए सभी संबंधित एजेंसियों ने शानदार काम किया था व मिन्टो ब्रिज जैसे बहुत से संवेदनशील जगहों पर जलजमाव की समस्या से निजात पा लिया था, लेकिन पिछले साल अप्रत्याशित बारिश के कारण दिल्ली में जलजमाव के कई और संवेदनशील क्षेत्र सामने आए। इस साल उन स्थानों पर जलजमाव को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं।
सिसोदिया ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी एजेंसी इस साल जलजमाव वाले स्थानों की कड़ी निगरानी करें और ध्यान रखे कि जलजमाव से संबंधित समस्याओं के कारण किसी भी नागरिक को परेशानी का सामना न करना पड़े। उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे दिल्ली के विभिन्न इलाकों का दौरा करें व जलजमाव वाले क्षेत्रों को चिन्हित कर उनपर तत्काल कार्य करें और उससे संबंधित रिपोर्ट पेश करें।
क्या है बाढ़ नियंत्रण आदेश
बाढ़ नियंत्रण आदेश (फ्लड कण्ट्रोल आर्डर) में बाढ़ नियंत्रण से संबंधित सभी मशीनरी, संचालन की योजना और जल निकासी प्रणाली, नदी तटबंधों, नियामकों, पंपिंग स्टेशनों आदि से संबंधित सभी जरूरी जानकारी शामिल होती है। साथ ही इसमें सभी नोडल एजेंसीज के कण्ट्रोल सेंटर के संपर्क नंबर और संबंधित एजेंसियों/विभागों के बीच सक्रिय भागीदारी और समन्वय के साथ बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए आवश्यक जानकारी शामिल होती है।