पंचकूला: चिन्हित अपराधों को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक
पंचकूला चिन्हित अपराधों को लेकर जिला स्तरीय समिति की बैठक का आयोजन किया गया। उपायुक्त महावीर कौशिक की अध्यक्षता में बैठक आयोजित की गईं। बैठक में 27 पुराने आपराधिक मामलों पर चर्चा करने के साथ-साथ 11 नए मामलों को शामिल किया गया।
बैठक में पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा भी उपस्थित थे। उपायुक्त ने पोक्सो एक्ट, आईटी एक्ट, आर्मस एक्ट तथा भारतीय दण्ड संहिता की अन्य धाराओं के तहत दर्ज विभिन्न संगीन अपराधिक मामलों की समीक्षा की। जिन 11 नए मामलों को चिन्हित अपराधों की श्रेणी में शामिल किया गया है, उनमें वर्ष 2018 से वर्ष 2022 तक पंचकूला में दर्ज पेपर लीक व धोखाधड़ी से संबंधित मामले शमिल हैं।
पुलिस उपायुक्त मोहित हांडा ने उपायुक्त को अब तक विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज किए गए 27 मामलों में की गई कार्रवाई की प्रगति के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन 27 मामलों में 14 मामले महिलाओं के विरूद्ध अपराध तथा पोक्सो एक्ट, 12 मामले हत्या और हत्या का प्रयास और एक मामला पासपोर्ट एक्ट से संबंधित है। उन्होंने बताया कि इस बार पेपर लीक व धोखाधड़ी से संबंधित मामलों को भी चिन्हित अपराध की श्रेणी में शामिल किया गया है। श्री हांडा ने उपायुक्त को आश्वासन दिया कि मामलों की प्राथमिकता के आधार पर जांच प्रक्रिया में और तेजी लाई जाएगी व न्यायालय के माध्यम से अपराधियों को सजा दिलवाना सुनिश्चित किया जाएगा।
डीए पंकज गर्ग ने उपायुक्त को अवगत करवाया कि कोविड के दौर में अदालतों में मामले काफी लंबित हो गए थे। अब अदालती काम में तेजी आने से ऐसे मामलों का निपटान करने में सहायता मिलेगी। उन्होंने चिन्हित अपराध के मामलों में हुई प्रगति का ब्यौरा भी उपायुक्त के समक्ष प्रस्तुत किया। इस अवसर पर एसीपी राजकुमार, जिला न्यायवादी पंकज गर्ग, सेंट्रल जेल अंबाला के अधीक्षक लखबीर सिंह बराड़ व पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।