बोरवेल में गिरे राहुल को बचाने की कोशिश जारी
-एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ अब सेना की भी ली जा रही मदद
जांजगीर-चाम्पा/रायपुर, 12 जून । छत्तीसगढ़ के जांजगीर-चाम्पा जिले के ग्राम पिहरीद में बोरेवेल के लिए किए गए गड्ढे में गिरे 11 वर्षीय राहुल साहू काे सकुशल निकालने के लिए करीब 50 घंटे से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। रेस्क्यू ऑपरेशन में अत्याधुनिक मशीनों और वाहनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ के साथ अब सेना की भी मदद ली जा रही है।
रेस्क्यू टीम के मुताबिक, रविवार सुबह हलचल दिखाई देने के बाद बच्चे को जूस पीने को दिया गया। उसने जूस को पी भी लिया। बच्चे की इस कोशिश ने रेस्क्यू ऑपरेशन में लगे लोगों की उम्मीदें बना रखी हैं। इतना ही नहीं बोरवेल में गिरा राहुल अब खुद बाल्टी से पानी भरने में मदद कर रहा है। जिला प्रशासन ने आपात चिकित्सा व्यवस्था के साथ ही ऑक्सीजन सिलेंडर के पर्याप्त इंतजाम किए हैं। बच्चे की गतिविधियों पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है। गुजरात के सूरत से रोबोट संचालक महेश अहीर रोबेट के माध्यम से भी बचाव की कोशिश में लगे हुए हैं। एनडीआरएफ से मयंक श्रीवास्तव और उनकी टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है। बच्चे तक खाद्य सामग्री पहुंचाई जा रही है। केला, फ्रूटी सहित अन्य खाद्य सामग्री भेजी जा रही है। बीच-बीच में बच्चे के परिजनों से उनकी बातचीत कराई जा रही है। पाइप से ऑक्सीजन पहुंचाई जा रही है। स्वास्थ्य अधिकारियों की टीम तैनात है। मेडिकल एम्बुलेंस और आपातकालीन चिकित्सा की पर्याप्त व्यवस्था है। विद्युत व्यवस्था के साथ जनरेटर की व्यवस्था की गई है।
ओडिशा के एक्सपर्ट मोहंती से भी आवश्यक मार्गदर्शन लिया जा रहा है। कोरबा, बिलासपुर, रायगढ़ से बड़ी-बड़ी मशीनें मंगाई गई हैं। जेसीबी द्वारा बोरवेल के कुछ मीटर पहले तक खुदाई भी कर ली गई है। बच्चे को सकुशल निकालने की दिशा में पूरा प्रयास किया जा रहा है। वहां मौके पर कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल सहित विभिन्न विभागों के 500 से अधिक अधिकारियों की टीम मौजूद है। कोरबा, झारखंड से भी खदान एक्सपर्ट और कई मशीनें ड्रिल तथा अन्य कार्य के लिए मंगाई गई हैं।
जिला प्रशासन के अनुसार, ग्राम पिहरीद में 10 जून को खेलते वक्त 11 वर्षीय राहुल साहू घर के पास ही खुदे बोरवेल के गड्ढे में जा गिरा। इसकी जानकारी परिजनों को लगभग तीन घंटे बाद मिली, फिर प्रशासन को इसकी सूचना दी गई। सूचना मिलते ही जिला कलेक्टर जितेन्द्र शुक्ला, पुलिस अधीक्षक विजय अग्रवाल पूरे दलबल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। बताया जा रहा है 80 फीट गहराई वाले बोरवेल में राहुल 60 फीट पर फंसा हुआ है। जिला प्रशासन ने बचाव कार्य के लिए त्वरित कार्यवाही शुरू कर दी।
बचाव दल में ये हैं मौजूद
राहुल साहू के रेस्क्यू के लिए घटनास्थल पर 4 आईएएस, 2 आईपीएस, 5 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 4 एसडीओपी, 5 तहसीलदार, 8 टीआई और 120 पुलिसकर्मियों के साथ ईई (पीडब्ल्यूडी), ईई (पीएचई), सीएमएचओ, 1 सहायक खनिज अधिकारी, एनडीआरएफ के 32 अधिकारी-कर्मचारी, एसडीआरएफ से 15 अधिकारी-कर्मचारी, होमगार्ड्स मौके पर मौजूद हैं। भारतीय सेना से मेजर गौतम सूरी के साथ 4 सदस्यीय टीम भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी हुई है।
स्टोन ब्रेकर, पोकलेन समेत बड़ी मशीनरी लगी
राहुल साहू को बोरवेल से बाहर निकालने के लिए बोरवेल के पास ही सुरंग खोदी जा रही है। इसके लिए 1 स्टोन ब्रेकर, 3 पोकलेन, 3 जेसीबी, 3 हाइवा, 10 ट्रैक्टर, 3 वाटर टैंकर, 2 डीजल टैंकर, 1 हाइड्रा, 1 फायर ब्रिगेड, 1 ट्रांसपोर्टिंग ट्रेलर, 3 पिकअप, 1 होरिजेंटल ट्रंक मेकर और 2 जनरेटर का इस्तेमाल किया जा रहा है। 2 एम्बुलेंस वाहन भी मौके पर हैं। एसईसीएल खदान कुसमुंडा और मानिकपुर, मनेन्द्रगढ़ से रेस्क्यू टीम भी पहुंची हुई है। अंडरग्राउंड खदान में अचानक होने वाली दुर्घटनाओं के समय राहत एवं बचाव करने वाली यह टीम कई उपकरणों के साथ पहुंची हुई है और प्रशासन के निर्देशन में काम कर रही है। ऑफिसर इंचार्ज जीपी शुक्ला कुसमुंडा खदान रेस्क्यू स्टेशन कोरबा के नेतृत्व में 10 सदस्यीय टीम मौजूद है। मनेन्द्रगढ़ खदान से श्रीकांत राव भी रेस्क्यू के लिए हैं।
मुख्यमंत्री ने राहुल के परिजनों से की बात
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राहुल के फूफा बजरंग साहू की उपस्थिति में दादी श्याम बाई साहू से बात की। उन्होंने रोबोट के माध्यम से रेस्क्यू करने और अन्य विकल्प भी रेस्क्यू के लिए तैयार रहने की बात कही। मुख्यमंत्री ने रोबोट के संचालक महेश अहीर और उनके पिता से भी बात की। मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉल के जरिए बोरवेल में हो रहे रेस्क्यू, खुदाई के काम को भी देखा। गुजरात के अमरेली से आए रोबोट संचालक महेश अहीर ने राहत और बचाव के संबंध में अपनी बातें रखी। उन्होंने बताया कि अभी तक कई डेमो कर चुके हैं। इसके अलावा 3 रेस्क्यू भी किया है। इनके साथ इनके पिताजी ऊका भाई अहीर भी साथ आये हैं। मुख्यमंत्री ने भी रोबोट और इसके संचालन की प्रक्रिया वीडियो कॉल से देखी। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत और प्रभारी मंत्री जय सिंह अग्रवाल ने पिहरीद के घटनाक्रम की जानकारी ली।
घर का बड़ा बेटा है राहुल
राहुल की मां और उसके परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। हर कोई यह उम्मीद लगाए बैठा है कि जल्दी से राहुल को बाहर निकाल लिया जाए। पूरे गांव के लोग भी रातभर उसी जगह पर टिके रहे, जहां पर बच्चा गिरा है। राहुल अपने मां-बाप का बड़ा बेटा है। उसका छोटा भाई 2 साल का है। पिता की गांव में बर्तन दुकान है।बोरवेल में गिरा बच्चा राहुल चूंकि मूक बधिर है। बालक के सकुशल रेस्क्यू के लिए पूरा प्रदेश दुआ कर रहा है।