जिला स्तरीय गीता जयंती समारोह को सजाया 3-डी रंगोली से, हर कोई हुआ मंत्रमुग्ध
सोनीपत, 02 दिसंबर। सुभाष स्टेडियम में हर्षोल्लास के साथ मनाई जा रही जिला स्तरीय गीता जयंती महोत्सव-2022 का मुख्य आकर्षण के रूप में 3-डी रंगोली सामने आई है। समारोह में शामिल होने वाला हर कोई रंगोली देखकर मंत्रमुग्ध होता नजर आया। छात्र-छात्राओं के साथ अधिकारियों-कर्मचारियों में भी रंगोली के साथ अपनी फोटो क्लिक करवाने की होड़ सी दिखाई दी।
जिला स्तरीय गीता जयंती समारोह की नोडल अधिकारी एवं अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने कहा कि नि:संदेह समारोह के लिए बेहतरीन रंगोली तैयार की गई है, जिसका श्रेय राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय सैदपुर के ड्राईंग टीचर बिजेंद्र और उनकी टीम को जाता है। ड्राईंग टीचर बिजेंद्र ने अपनी साथी शिक्षकों के साथ दो दिन की कड़ी मेहनत के बाद यह रंगोली तैयार की है। उनके साथी शिक्षकों में राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय सैदपुर के कला एवं शिल्प अध्यापक पवन, राजकीय व.मा. विद्यालय गढ़ मिरकपुर के ड्राइंग अध्यापक देवेंद्र, राजकीय हाई स्कूल महलाना के ड्राइंग अध्यापक मुकेश तथा जीएमएस कालूपुर के पीआरटी राकेश और राजकीय माडल संस्कृति व. मा. विद्यालय माडल टाउन सोनीपत के छात्र दीपक शामिल हैं।
अतिरिक्त उपायुक्त अंकिता चौधरी ने कहा कि रंगोली में भगवान श्रीकृष्ण को आकर्षित रूप में दर्शाया गया है। भगवान श्रीकृष्ण का दिव्य रूप दिखाई देता है जो हर किसी को अपनी ओर आकृष्टï कर लेता है। जिला सूचना एवं जन संपर्क अधिकारी बिजेंद्र कुमार ने अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों को लेकर रंगोली के साथ विशेष रूप से फोटो करवाई। उन्होंने कहा कि अद्भुत रंगोली सजाने के पीछे ड्राइंग अध्यापक बिजेंद्र और उनकी पूरी टीम की कड़ी मेहनत और समर्पण है। दिन-रात एक करके उन्होंने इतनी सुंदर, आकर्षक व बेहतरीन रंगोली सजाई है। कला क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए उन्होंने एक उदाहरण भी प्रस्तुत किया है।
राजकीय वरिष्ठï माध्यमिक विद्यालय अकबरपुर बारोटा की छात्रा तनू तथा ब्राइट स्कोलर्स व.मा. विद्यालय के छात्र सोहम और शियोन का कहना था कि ऐसी रंगोली उन्होंने पहले नहीं देखी। प्राध्यापिका डा. ज्योतिराज ने कहा नि:संदेह रंगोली आकर्षित करती है। कला शिक्षकों व कला के विद्यार्थियों को उनसे सीखना चाहिए। इस दौरान ड्राइंग अध्यापक बिजेंद्र ने कहा कि वे पूर्ण समर्पण व मेहनत के साथ रंगोली तैयार करते हैं। उनकी रंगोली को सराहना मिलना ही उनकी पूंजी है।