हरियाणा

धान नहीं लगाने वाले किसानों को मिलेगी सात हजार रुपए प्रति एकड़ की सहायता


– मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत मिलेगा अनुदान
– मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी
सोनीपत, 01 जुलाई। उपायुक्त ललित सिवाच ने बताया कि जल संरक्षण सहित भूमिगत जलस्तर को सुधारने की दिशा हरियाणा सरकार द्वारा अहम कदम उठाते हुए धान की फसल नहीं लगाने वाले किसानों को सात हजार रुपए प्रति एकड़ अनुदान दिया जा रहा है। मेरा पानी-मेरी विरासत योजना के तहत दिए जाने वाले अनुदान का लाभ लेने के लिए संबंधित किसान को मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना जरूरी है।
उपायुक्त ने बताया कि लगातार गिरते जा रहे भूजल स्तर व जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार द्वारा मेरा पानी-मेरी विरासत योजना चलाई जा रही है। इसके तहत किसानों को धान की जगह अन्य फसल की खेती करने पर सात हजार रुपये प्रति एकड़ प्रोत्साहन राशि दी जाती है। भूजल स्तर सुधारने व जल संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए हरियाणा सरकार ने वर्ष 2020-21 में मेरा पानी मेरी-विरासत योजना की शुरुआत की थी। योजना के माध्यम से जल संरक्षण के लिए कार्य कर रहे लोगों व संस्थाओं को अनुदान दिए जा रहे हैं। इस वर्ष खरीफ सीजन में किसान धान की फसल को छोड़ कर दूसरी फसल जैसे मक्का, कपास, अरहर, मूंग, मोठ, उड़द, ग्वार, सोयाबीन, तिल, मूंगफली, अरंडी या बागवानी की फसल की खेती करता है तो उसे प्रति एकड़ सात हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
उपायुक्त ने बताया कि किसी किसान ने पिछले वर्ष धान की बजाय दूसरी फसल ली थी और इस बार धान के बदले खाली खेत रखने वालों को भी सरकार की ओर से सात हजार की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, बागवानी विभाग, राजस्व विभाग के कर्मचारियों की कमेटी से जमीन का सत्यापन होने के बाद प्रोत्साहन राशि की अदायगी किसान को सीधे खाते में मिलेगी। इस बारे में पूर्ण जानकारी के लिए कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker