हरियाणा

नलकूपों पर पांच घंटे बिजली देकर सरकार ने किसान विरोधी मानसिकता दिखाई

फतेहाबाद

अखिल भारतीय किसान सभा जिला कमेटी की मीटिंग राज्य प्रधान फूल सिंह श्योकंद की मौजूदगी में सम्पन्न हुई, जिसमें किसान आंदोलन के बाद उभरी परिस्थितियों पर चर्चा करते हुए भावी कार्यक्रम तय किए गए। बैठक की अध्यक्षता किसान सभा के जिला प्रधान रामस्वरूप ढाणी गोपाल पूर्व जिला पार्षद ने की और संचालन जिला सचिव जगतार सिंह ने किया।

किसान सभा के राज्य प्रधान फूल सिंह श्योकंद ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि इस वर्ष गेहूं का उत्पादन 15 से 20 मण प्रति एकड़ घटा है, जिससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है इसलिए किसान सभा हरियाणा सरकार से राज्य स्तर पर किसानों को गेहूं पर 500 रुपये प्रति क्विंटल बोनस देने की मांग करती है ताकि किसान अगली खरीफ की फसल के लिए खाद, बीज व डीजल आदि का प्रबंध कर सके। इसके साथ-साथ किसानों को खेतों के ट्यूब्वेलों पर पूरे 8 घंटे बिजली सुचारू रूप से दी जाए ताकि नरमा, धान समेत सभी फसलों की बिजाई समय पर हो सके।

इन मुद्दों को लेकर राज्य स्तर पर मांग पत्र दिए जा रहे हैं। उन्होंनेे बताया कि इस समय पर ट्यूबवेल की बिजली सप्लाई का 5 घंटे का शैडयूल बना देना हरियाणा सरकार की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। किसान नेता ने बताया कि प्रदेशभर में किसान सभा का सदस्यता अभियान चलाया जा रहा है। आगामी दिनों में बिजली संकट, गेहूं पर बोनस समेत तमाम मुद्दों को लेकर संघर्ष को और तेज किया जाएगा। किसान सभा के नेता फूल सिंह श्योकंद ने बताया कि किसान आंदोलन के दौरान संयुक्त किसान मोर्चा से किये गए वायदें को केंद्र सरकार लगातार नजरअंदाज कर रही है। न्यूनतम समर्थन मूल्य पर कमेटी बनाने की सहमति बनी थी, लेकिन इस दिशा में सरकार एक कदम भी आगे नहीं बढ़ी है। दूसरी ओर केंद्र सरकार द्वारा गेहूं की न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद निर्धारित लक्ष्य के 50 प्रतिशत से भी कम की गई है। किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर दर्ज केस वापसी का वायदा भी पूरी तरह से नहीं निभाया जा रहा है और रेलवे समेत बहुत से केस ज्यों के त्यों बरकरार हैं।

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