हिसार: निरीह जीवों को बचाने के लिए आगे आया बिश्नोई समाज
जल्द लें आदेश वापस अन्यथा जीव प्रेमी समाज बड़ा आंदोलन भी करने के लिये तैयार
हिसार, 20 सितम्बर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में नामीबिया से लाये गए चीतों को मध्यप्रदेश के जंगलों में छोड़ा गया, ताकि चीतों की विलुप्त हो चुकी जाति को फिर से भारत में विकसित किया जा सके। मीडिया के माध्यम से सार्वजनिक हुआ है कि इन चीतों के भोजन के लिये राजस्थान के जंगलों से हिरण पकड़ कर मध्यप्रदेश में चीतों के लिये बनाई गई सेंचुरी में छोड़े गए है। ऐसा सुनते ही पूरी दुनियां में जीव प्रेमी व पर्यावरण की रक्षा के लिए जाने जाना वाला बिश्नोई समाज निरीह जीवों की रक्षा के लिये आगे आया और पूरे देश मे जिलास्तर पर जिला उपायुक्तों के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन के माध्यम से जीव दया पालणी के सिद्धांत पर चलते हुए इन निर्देशों पर प्रतिबंध लगाते हुए आदेशों को निरस्त करने की मांग उठाई। अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई महासभा की जिला इकाई के अध्यक्ष एडवोकेट चन्द्र बिश्नोई ने सरकार को चेताते हुए कहा कि सरकार ने इन आदेशों को तुरंत वापिस नही लिया तो जीव प्रेमी समाज बड़ा आंदोलन करने से भी पीछे नही हटेगा। ज्ञापन के माध्यम से सरकार से आग्रह किया गया है कि हिरण पृथ्वी पर विचरण करने वाले जंगली जीवों में सबसे ज्यादा निरीह व निर्दोष माना जाता है, इसकी छवि भी बड़ी मनमोहक होती है। बिश्नोई समाज की महिलाएं जरूरत पडऩे पर अपने बच्चे के हक का दूध भी इन्हें पिलाकर पालती है।
इस अवसर पर अखिल भारतीय जीव रक्षा बिश्नोई महासभा सिवानी के अध्यक्ष धर्मसिंह, आदमपुर के प्रधान कृष्ण राहड़, बिश्नोई सभा हिसार के पूर्व प्रधान प्रदीप बैनीवाल, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट मनदीप बिश्नोई, सरपंच कुलदीप डेलू, विनोद मलापुर, रामचंद्र बरड़, सीताराम सहारण, कृष्ण बैनीवाल, पालाराम करीर, भाजपा के जिला उपप्रधान कृष्ण बिश्नोई, एडवोकेट रविन्द्र खदाव, सुनील डारा, कुलबीर जांगू, अशोक बिश्नोई, दलबीर बिश्नोई, संदीप डेलू, जिला बार एसोसिएशन के पूर्व सचिव एडवोकेट सुनील पूनिया सहित काफी संख्या में बिश्नोई समाज के लोग उपस्थित थे।