पंचकूला पुलिस ने हिरासत में लिया, सीएम ने जबरन रिटायर करने को दी मंजूरी
चंडीगढ़ हरियाणा के विवादित आईपीएस हेमंत कलसन ने एक बार फिर शराब के नशे में चूर होकर तोड़फोड़ और मारपीट की है। पंचकूला पुलिस ने उन्हें शुक्रवार को हिरासत में ले लिया। सरकार ने आईजी को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। एक सप्ताह में यह दूसरा मामला है जब कलसन ने शराब के नशे में हंगामा किया। इस बीच मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हेमंत कलसन को समय से पहले जबरन सेवानिवृत्त करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान कर दी है।
पिंजौर पुलिस को दी शिकायत में रतपुर कालोनी निवासी तलविंदर सिंह ने बताया है कि वह 75 प्रतिशत विकलांग है। वह और उसके पिता करियाने की दुकान पर काम करते हैं। इस दुकान के असल मालिक स्वर्गीय जीत सिंह पूर्व सरंपच थे और वह नगर पालिका के प्रथम प्रधान भी रहे।
तलविंदर ने बताया कि जीत सिंह के निधन के बाद वह पानी व करियाना दुकान को बतौर केयरटेकर संभाल रहे हैं। गुरुवार रात एक व्यक्ति उनके पास आया। उसने खुद को आइजी होमगार्ड हेमंत कलसन बताया। कलसन अपनी गाड़ी में एक लड़की व चालक के साथ आए।
तलविंदर ने कहा कि वह हेमंत कलसन को नहीं पहचानते थे। हेमंत कलसन शराब के नशे में थे। उन्होंने दुकान मे घुसकर उनके साथ मारपीट की। गालियां दीं। तोड़फोड़ की गई। इसका वीडियो भी है। तलविंदर ने अपने बचाव के लिए पूर्व पार्षद सतविंदर सिंह टोनी को फोन किया। सतविंदर सिंह टोनी ने संबंधित थाना प्रभारी को फोन करके मामले की सूचना दी। इसके बाद पता चला कि हेमंत कलसन थाने में एसएचओ की कुर्सी पर बैठा हुआ था।
हेमंत कलसन ने हाल ही में नशे की हालत में सेक्टर-6 पंचकूला स्थित सिविल अस्पताल में हंगामा किया था। कलसन अपने व्यवहार के चलते कई बार निलंबित हो चुके हैं। पंचकूला पुलिस ने आईजी को हिरासत में लेकर कार्रवाई शुरू कर दी है। निलंबन के दौरान उनका हेडक्वार्टर हरियाणा डीजीपी का कार्यालय होगा। संबंधित प्राधिकारी की अनुमति के बिना स्टेशन छोड़ने पर रोक रहेगी।