पलवल: मुर्गी पालन में आय स्रोत्र बढाने की अपार सम्भावनाएं: डा. इकबाल दहिया
पलवल, 23 सितंबर। पशुपालन विभाग की ओर से बैकयार्ड पोल्ट्री स्कीम चलाई जा रही है, जिसके तहत बुधवार को बी.पी.एल. व अनुसूचित जाति के 17 परिवारों को 50-50 बैकयार्ड पोल्ट्री के चूजे निशुल्क वितरित किए गए। इसके अन्तर्गत चूजो को पालने के लिए दो-2 फिडर व ड्रिन्कर वितरित किए गए।
पशुपालन एवं डेयरिंग विभाग पलवल के उपनिदेशक डा. इकबाल सिंह दहिया ने शुक्रवार को बैकयार्ड पोल्ट्री स्कीम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना राजकीय पशुधन फार्म के अंतर्गत राजकीय हैचरी फार्म, हिसार द्वारा चलाई जा रही है। इसके तहत बी.पी.एल. व अनुसूचित जाति के गरीब परिवारो को स्वयं रोजगार एवं आर्थिक सुधार के लिए 10 से 15 दिन के 50-50 चूजे, दो-दो फिडर व ड्रिन्कर वितरित किए गए हैं। उन्होने बताया कि जिला पलवल में बी.पी.एल. व अनुसूचित जाति के 17 परिवारो ने बुधवार को इस स्कीम का लाभ उठाया है। उपनिदेशक ने बताया कि जिला में राजकीय पशुचिकित्सालय दिघौट में 06, होडल में 05 व खिरबी में 06 पोल्ट्री यूनिट वितरित की गई। इस मौके पर संबंधित पशुचिकित्सक व कार्यरत कर्मचारी उपस्थित रहें।
उन्होंने कहा कि मुर्गी पालन में आय स्रोत्र बढाने की अपार सम्भावनाएं है। इसके तहत दो-तीन माह के बाद एक देसी मुर्गी को बेचने पर कम से कम 500 रुपए की आय होती है। इसके अलावा 25 मुर्गी से यदि प्रति परिवार लगभग 1000 अंडो की बिक्री करते है, तो 10 रुपए प्रति अंडे के हिसाब से भी अच्छी आमदनी की जा सकती है। विभाग के इस कदम की लोग सराहना कर रहे है। उन्होंने कहा कि देसी मुर्गी के पालन में अधिक खर्चा नहीं आता है, यह हर स्थति में अपने को ढाल लेती है। सरकार द्वारा उठाया गया यह कदम व्यवसाय यह व्यवसाय अपनाने वाले लोगों के लिए बहुत ही सार्थक सिद्ध होगा।