फतेहाबाद: अग्निपथ योजना के विरोध में युवाओं ने बस स्टैण्ड के गेट पर धरना देकर किया रोष प्रदर्शन
करीब डेढ़ घण्टे बस सेवाएं रही बाधित
फतेहाबाद, 17 जून । जिले के कस्बा भट्टूकलां में अग्निपथ योजना के विरोध में शुक्रवार को बस स्टैण्ड के गेट पर युवाओं ने धरना देकर रोष प्रदर्शन किया। जिससे बस स्टेण्ड से आने जाने वाली बसों को गेट के बाहर व अन्दर ही रोकना पड़ा। बस स्टैण्ड के गेट बन्द होने की सूचना मिलने पर भट्टूकलां थाना प्रभारी राज महेन्द्र भी दलबल के साथ मौके पर पंहचे। इसी बीच बस स्टैण्ड के दूसरे गेट को खोलकर बसों को निकालने का प्रयास किया गया, लेकिन युवा दूसरे गेट पर भी पंहुच गए और बसों को बाहर नहीं निकलने दिया। इस दौरान सवारियां अपनी टिकट के पैसे वापिस लेने को लेकर बस ड्राईवर व परिचालकों से उलझती नजर आई।
इस रोष प्रदर्शन में गांव बनमन्दोरी, पीलीमन्दोरी, ठूईयां, सूलीखेड़ा, रामसरा, ढ़ाबीकलां सहित क्षेत्र के अनेक गांवों के युवाओं में सतीश, धीरज, गोविन्द, अनिल गोदारा, राहूल, विरेन्द्र जाखड़, संजय, योगेश गोदारा, नरेन्द्र उर्फ मक्कु, सुरेश उर्फ भोला, मनजीत लखारा, अंकित राड़, विकास गोरछिया, पवन गोरछिया सहित सैंकड़ोंं युवाओं ने धरने प्रदर्शन में भाग लिया। इस दौरान खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी विनय प्रताप सिंह ने युवाओं को समझाया, लेकिन वे प्रदर्शन करने पर अड़े रहे। बाद में जिला उप पुलिस कप्तान चन्द्रपाल भी मौके पर पंहुचे। युवा गोविन्द ने धरने को संबोधित करते हुए कहा कि सरकार ने अग्निपथ योजना बनाकर युवाओं के साथ गलत किया है। सेना भर्ती को नियमित करना चाहिए। इससे चार साल बाद युवाओं का भविष्य अंधकारमय हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे इस आन्दोलन को शांतिपूर्ण ढंग से चलाकर अग्निपथ योजना को निरस्त करवाने का काम करेंगे। इस धरने प्रदर्शन को कामरेड़ विष्णुदत्त शर्मा ने भी समर्थन दिया। कामरेड शर्मा ने कहा कि सीपीआई (एम) का पोलिट ब्यूरो अग्निपथ योजना को दृढ़ता से खारिज करता है, जो भारत के राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक है। उन्होंने कहा कि पेशेवर सशस्त्र बलों को चार साल की अवधि के लिए अनुबंध पर सैनिकों की भर्ती करके नहीं चलाया जा सकता। वे युवाओं के धरने प्रदर्शन को समर्थन करते हैं। सरकार से मांग करते है कि इस अग्निपथ योजना को तत्काल समाप्त किया जाए और सशस्त्र बलों में नियमित भर्ती तुरन्त की जाए। करीब डेढ़ घण्टे बाद युवाओं ने अपना धरना प्रदर्शन स्थगित कर दिया।