दो दिवसीय प्रशिक्षण में रेहडी-फडी संचालकों ने जाने अपने अधिकार
: आमजन के स्वास्थ्य के प्रति जिम्मेदार बनने का लिया संकल्प
: सिटी लिवलीहुड सेंटर ने 700 रेहडी-फडी संचालकों को दिया प्रशिक्षण
सोनीपत। सिटी लिवलीहुड सेंटर के प्रबंधक डा संदीप ने कहा कि रेहडी-फडी संचालक समाज का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उनके ऊपर आमजन के स्वास्थ्य के अनुरूप खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाने की बडी जिम्मेदारी है, जिसमें किसी भी प्रकार की कोताही आमजन की जान पर भारी पड सकती है और उन्हें कानूनी तौर पर मुश्किल का सामना करना पड सकता है। यही नहीं रेहडी-फडी संचालकों को स्ट्रीट वेंडिंग एक्ट 2014 का पालन करना चाहिए।
रविवार को नरेला रोड स्थित औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के सभागार में नगर निगम सोनीपत के सहयोग से राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत दो दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न हुआ। नगर निगम के नोडल अधिकारी राकेश कादयान की निगरानी में निगम क्षेत्र में पंजीकृत 700 रेहडी-फडी संचालकों ने अपने अधिकार और कर्तव्यों के बारे में जानकारी ली। सीएलसी प्रबंधक डा संदीप ने रेहडी-फडी संचालकों को एक्ट के तहत उनके अधिकार और कर्तव्य की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि रेहडी-फडी संचालक का पंजीकरण पांच वर्ष के लिए हुआ है, लेकिन उसे अपना लाइसेंस को हर साल नवीनीकरण करवाना होगा। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्र में जहां उन्हें स्थान निर्धारित किए जाते हैं, वहां उन्हें ध्यान रखना होगा कि उनकी वजह से जाम की स्थिति न बने और वह किसी भी सूरत में क्रासिंग पर न खडे हों। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा एक महत्वपूर्ण विषय है, जिसके बारे में उनको संबंधित प्रमाणपत्र लेने होंगे, तभी वह आमजन के खान-पान की चीजों को सुरक्षित तरीके से उपलब्ध करवा पाएंगे। उन्होंने कहा कि खाद्य सुरक्षा से जुडे कानून सख्त हो चुके हैं, यदि इसके प्रति उन्होंने लापरवाही बरती और किसी नागरिक के स्वास्थ्य को उनके द्वारा बेचे गए खाद्य सामग्री से परेशानी होती है, तो उनपर कार्रवाई भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार वाहन चलाने के लिए चालक प्रशिक्षण प्रमाण पत्र जरूरी होता है, उसी प्रकार रेहडी-फडी वाले के लिए एफएसएसआई सर्टिफिकेट जरूरी है। दो दिवसीय शिविर में अग्रणी बैंक प्रबंधक राजेन्द्र कुमार चोपडा ने लोन संबंधी प्रक्रिया से अवगत कराया तो रविंद्र ने दुर्घटना बीमा, रितु राठी ने स्वच्छता, जोगेंद्र चहल ने खाद्य सामग्री स्वच्छता और अर्जुन ने डिजिटल पेमेंट, यूपीआई के बारे में उन्हें जागरूक किया। नोडल अधिकारी राकेश काद्यान ने कहा कि इस प्रशिक्षण से रेहडी-फडी संचालकों को महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हुई हैं, जिसका लाभ उन्हें निर्धारित स्थान पर रेहडी लगाने से लेकर आमजन की सुरक्षा के संबंध में जागरूक रहने में होगा। इस दौरान सभी रेहड़ी-फड़ी संचालको को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए।