संस्कार युक्त शिक्षा से ही भारत बनेगा विश्व गुरु – डॉ कृष्ण गोपाल
पटना, 20 जनवरी। शहर के केशव सरस्वती विद्या मंदिर सैनिक स्कूल केशवपुरम मरचा मरची में विद्या भारती उत्तर -पूर्व क्षेत्र के तत्वावधान में दो दिवसीय समिति सह स्वावलंबी पूर्व छात्र सम्मेलन कार्यक्रम शुक्रवार को संपन्न हो गया. दुसरे दिन के कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह सर कार्यवाह डॉ कृष्ण गोपाल एवं विद्या भारती अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के संगठन मंत्री गोविंद चंद्र मोहंत ने संयुक्त रूप से मा शारदे के समक्ष दीप प्रज्वलित एवं पुष्पार्चन अर्पित कर किया.
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व छात्र डिप्टी कमिश्नर अभिषेक आनंद ने किया .अतिथियों का परिचय एवं स्वागत विद्यालय के प्रधानाचार्य मनोज कुमार मिश्र ने किया. कार्यक्रम का संचालन पुर्व छात्र कौशलेश कुमार सिंह ने किया. वही पूर्व छात्रों के माध्यम से किए गए सेवा कार्य का वृत प्रांतीय पूर्व छात्र प्रमुख अनुराग महाराणा ने रखा. मुख्य अतिथि के उद्बोधन के पूर्व अर्चना राय भट्ट ने व्यक्तिगत गीत प्रस्तुत की. अतिथियों को अंग वस्त्र से सम्मानित किया गया. मुख्य अतिथि गोपाल कृष्ण ने कहा कि वर्तमान समय में समाज में परिवर्तन के लिए बालकों को संस्कार युक्त शिक्षा अनिवार्य है. जिसके तहत भारत विश्व गुरु बनेगा.जो पूरे देश में विद्या भारती के विद्यालयों के माध्यम से मिल रहाहै. उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में तेरह हजार विद्या भारती के विद्यालय,एक लाख 15 पंद्रह हजार आचार्य एवं 30 लाख भैया बहन अध्ययनरत है. विद्यालय में बच्चों को लौकिक एवं आध्यात्मिक शिक्षा जरूरी है. भारतीय शिक्षण पद्धति एवं भारतीय संस्कृति को अपनाने की जरूरत है. विद्यालय विकास के लिए समाज के सभी लोगों का समन्वयन जरुरी है.
उन्होंने कहा कि बिहार की धरती ऊर्जा देने वाली है. बिहार परम ज्ञानियों की भूमि रही है.भारत दुनिया की शिक्षा और ज्ञान स्थली रही है. बिहार के सैकड़ों छात्र विभिन्न देशों में जाकर देश को गौरवान्वित कर रहे हैं.इसके अलावा उन्होंने विद्यालय के विकास के लिए कई आवश्यक टिप्सों की जानकारियां दी . उन्होंने पूर्व छात्रों से विद्या भारती के विद्यालयों को सहयोग करने को अपील की. अंत में आभार ज्ञापन डॉ रंजीत कुमार वर्मा ने किया.