फसल अवशेषों को जलाने की बजाय मिट्टïी में मिलाने से बढ़ती है जमीन की उर्वरा शक्ति-उपायुक्त सिवाच
फसल अवशेषों को न जलाने को लेकर जिला में निगरानी कमेटियां गठित
सोनीपत।
उपायुक्त ललित सिवाच ने किसानों से आह्वïान किया कि कोई भी किसान गेंहू कटाई के बाद उसके अवशेषों में आग न लगाएं क्योंकि फसल अवशेषों को जलाने से हमारा वातावरण तो प्रदूषित होता ही है, इसके अलावा मनुष्य को भी अनेक खतरनाक बीमारियों के होने का खतरा रहा है। उन्होंने बताया कि फसल अवशेष जलाने से हमारी जमीन के मित्र कीट भी मर जाते है और हमारी जमीन बंजर हो जाती है। इसलिए सभी किसान भाई फसल अवशेष प्रबंधन यंत्रों के माध्यम से फसलों के अवशेषों को मिट्टïी में ही मिला दे ऐसा करने से हमारी मिट्टïी की उर्वरा शक्ति को भी बढावा मिलता है। उपायुक्त ने बताया कि जिला में रबी फसल 2022 में फसल के अवशेष ना जलाने को लेकर जिला स्तर, उपमण्डल स्तर, खण्ड स्तर तथा ग्राम स्तर पर मोबाईल टीमों का गठन किया गया है
। जिसमें उच्च अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। उन्होंने कहा कि जो भी व्यक्ति गेंहू के अवशेषों को जलाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। जिला स्तर पर बनी कमेटी के अध्यक्ष स्वयं उपायुक्त होंगे। इसके अलावा कमेटी के सदस्य सचिव कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उप-निदेशक व कमेटी के सदस्य जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी, जिला राजस्व अधिकारी तथा हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सोनीपत के क्षेत्रीय अधिकारी होंगे। इसी प्रकार उप-मण्डल स्तर पर बनी कमेटी में संबंधित उपमण्डल अधिकारी(ना०) को नोडल अधिकारी, संबंधित उपमण्डल कृषि अधिकारी को सदस्य सचिव व संबंधित तहसीलदार व प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड सोनीपत के उप-मण्डल अधिकारी को सदस्य नियुक्त किया गया है।
इसके अलावा खण्ड स्तर पर बनाई गई कमेटी में संबंधित खण्ड विकास एवं पंचायत अधिकारी को नोडल अधिकारी, संबंधित खण्ड कृषि अधिकारी को सदस्य सचिव तथा संबंधित नायब तहसीलदार को सदस्य नियुक्त किया गया है। इसी प्रकार ग्राम स्तर पर बनाई गई कमेटी कृषि विभाग के एडीओ, बीटीएम, एटीएम तथा सुपरवाईजर को नोडल अधिकारी, संबंधित गांव के ग्राम सचिव व संबंधित गांव के पटवारी को सदस्य नियुक्त किया गया है। डीआईपीआरओ स्पे०-04———–