पर्यावरण मंत्री की अध्यक्षता में यूएनईपी ,पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी की संयुक्त बैठक
नई दिल्ली, 04 जुलाई। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने आज दिल्ली विधानसभा में पर्यावरण विभाग, डीपीसीसी, यूनाइटेड नेशंस एनवायरनमेंट प्रोग्राम और दिल्ली के ईको क्लब के साथ संयुक्त बैठक की। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य दिल्ली में सिंगल यूज प्लास्टिक के बैन किए गए उत्पादों के बारे में आम जनता के लिए जागरूकता अभियान शुरू करना हैं।
बैठक के बाद पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पर्यावरण मंत्रालय प्रदूषण के विरुद्ध हर उचित कदम उठा रही हैं। दिल्ली में बढ़ रहे प्रदूषण के खिलाफ, विंटर एक्शन प्लान के तर्ज पर समर एक्शन प्लान को भी विभाग द्वारा शुरू किया गया हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं को रोकने के लिए जागरुकता अभियान जरूरी है साथ ही साथ इसके उपयोग को रोकने के लिए जन आंदोलन की जरूरत है।
उन्होंने आगे कहा कि जब तक अन्य विकल्पों का बढ़ावा नहीं दिया जाएगा तब तक सिंगल यूज प्लास्टिक वस्तुओं को रोकना संभव नहीं है। एक जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक से निर्मित 19 उत्पादों को बैन कर दिए गया है।
साथ ही एसयूपी के विकल्पों को बढ़ावा देने के लिए दिल्ली के त्यागराज स्टेडियम में एक जुलाई से तीन जुलाई तक तीन दिवसीय प्लास्टिक विकल्प मेले का भी आयोजन किया गया, लेकिन मेले के अंतिम दिन राउंड टेबल कांफ्रेंस के दौरान सभी पैनेलिस्ट से चर्चा करते हुए यह देखा गया है की आम जनता में ही नहीं बल्कि औद्योगिक संघो में भी प्लास्टिक बैन को लेकर काफी सारे प्रश्न है।
लोगों को लगता है कि एसयूपी वस्तुओं पर प्रतिबंध का मतलब प्लास्टिक कैरी बैग पर प्रतिबंध है और यही कारण है कि जनता के बीच जागरूकता पैदा करने की तत्काल आवश्यकता है। आज की बैठक में दिल्ली के ईको क्लब्स और यूएनईपी के साथ चर्चा करने बाद यह निर्णय लिया गया है की सिंगल यूज़ प्लास्टिक के बैन किए गए उत्पादों के बारे में दिल्ली के ईको क्लब्स के बच्चो के द्वारा लोगों को जागरूक किया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि प्रदूषण में एकल उपयोग प्लास्टिक के इस्तेमाल की बहुत बड़ी भूमिका हैं। लोग कई बार इसे खत्म करने के लिए जमीन में दबा या जलाकर नष्ट करने के कोशिश करते हैं जोकि वायु, जल और भूमि प्रदूषण के लिए गंभीर खतरा भी हैं। ऐसे में सिंगल यूज प्लास्टिक और उसके विकल्प के लिए पर्याप्त जानकारी की जरूरत है।
इस कारण से, 19 जुलाई को दिल्ली सरकार एकल उपयोग प्लास्टिक अपशिष्ट प्रबंधन और इसके विकल्पों के उपयोग की दिशा में दिल्ली के स्कूली शिक्षकों, बच्चों और इको क्लबों की क्षमता निर्माण के लिए यूएनईपी के साथ सहयोग करेगी, ताकि दिल्ली के लोगों को बेहतर जानकारी उपलब्ध हो।