छात्र संसद से होता है नेतृत्व क्षमता का विकास : सांसद कौशिक
सोनीपत, 30 सितंबर। सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि छात्र संसद से बच्चों में नेतृत्व क्षमता का विकास होता है। भविष्य में वह किसी भी क्षेत्र में रहें, इससे उनमें निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। उन्होंने कहा कि आज का युवा आने वाले कल में देश का भविष्य हैं।
दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय,मुरथल में छात्र संसद का आयोजन किया गया था। छात्र संसद में सांसद कौशिक ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की। कुलपति प्रो.राजेंद्रकुमार अनायत ने सांसद कौशिक का पुष्प गुच्छ देकर स्वागत किया। सांसद कौशिक ने कहा कि छात्र संसद को देखकर ऐसा लग रहा था कि वास्तव में संसद चल रही है। छात्र संसद में पक्ष और विपक्ष की शानदार भूमिका अदा की। उन्होंने कहा कि आज की छात्र संसद में भाग लेने वाले प्रतिभागियों में से कई सफल राजनीतिज्ञ बनेंगे तो कुछ अधिकारी बनेगें। देश को सर्वश्रेष्ठ राष्ट्र बनाने में युवाओं की अहम भूमिका होगी।
छात्र संसद में विपक्ष को ज्वलंत मुद्दों पर जमकर घेरा, वहीं सत्ता पक्ष ने आंकड़ों के आधार पर बचाव करते हुए विपक्ष को देश की जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया। विपक्ष के संसद की भूमिका निभाते हुए रोहन मलिक ने सरकारी महकमों के निजीकरण पर बोलते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार देश को नीलाम करने का कार्य कर रही है। आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार ने पोर्ट, एयरपोर्ट,रेल,सेल,गेल बेच दी। एलआईसी ,बीएसएनएल, बीपीसीएल ,कोल व बैंक बेचने का कार्य करने का आरोप लगाया।
सत्ता पक्ष की तरफ से उत्तर देते हुए वित्त मंत्री ने व्यंगात्मक रूप में कहा कि विपक्ष जब सत्ता में था तो तब उन्होंने इस दिशा में प्रयास नहीं किए। क्या हमें आर्थिक समस्या से बचने के लिए परिश्रम नहीं करना चाहिए,। वर्तमान समय में बहुत कंपनियां घाटे में चल रही थी,जिसका राष्ट्र की आर्थिक स्थिति पर विपरीत असर पड़ता। इसलिए राष्ट्र को आर्थिक समस्या से बचाने के लिए सरकार भरसक प्रयास कर रही है। रेलवे को 2022 में 259 करोड़ रुपए की हानि का सामना करना पड़ा, 2021-22 में एयरपोर्ट व एयरलाइंस को लगभग 23537 करोड़ रुपए की हानि हुई है। सत्ता पक्ष ने न केवल राष्ट्र को आर्थिक समस्या से उबरने का कार्य किया है, बल्कि युवाओं के लिए नए रोजगार पैदा करने का कार्य भी किया है।
विपक्ष की तरफ से तुषार भूटानी ने प्रश्न किया कि गत पांच वर्ष में कच्चे माल व तेल की कीमत दो गुना हो गई है,इन बढ़ती कीमतों का क्या कारण है। सरकार पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण पर जोर दे रही है, इथेनॉल मिश्रित ईंधन का वातावरण पर क्या प्रभाव पड़ेगा। सत्ता पक्ष की तरफ से पेट्रोलियम मंत्री ने जवाब देते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी कम करके जनता को राहत देने का कार्य किया था, साथ ही में राज्य सरकारों से भी टैक्स कम करने का अनुरोध भी किया था। कोरोना संक्रमण के कारण आई आर्थिक मंदी का सबको पता है,जिसके कारण केंद्र सरकार को अर्थव्यवस्था को तेजी से बढाने के लिए टेक्स बढाना पड़ रहा है।
पेट्रोलियम मंत्री ने इथेनॉल के उपयोग से वातावरण पर किसी भी प्रकार का विपरीत प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसमें कोई पार्टिकुलेट मैटर का उर्त्सजन नहीं हाता। यह पैट्रोल व डीजल की तुलना में बेहतर ईंधन बनाता है।
विपक्षी संसद की तरफ से हर्ष ने प्रश्न किया कि देश वर्तमान समय में आर्थिक मंदी के दौर से गुजर रहा है तो क्या सरकार को 20 हजार करोड़ रुपए से घर व कार्यालय का निर्माण करना चाहिए,क्या ये 20 हजार करोड़ रुपए युवाओं को रोजगार देने ,गरीब लोगों को राशन पानी देने के काम नहीं आने चाहिए।
प्रधानमंत्री की भूमिका निभा रहे प्रतिभागी ने उत्तर देते हुए कहा कि सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट जिसकी कीमत 20 हजार करोड़ रूपए है, वह केवल कार्यालय व संसद भवन का प्रोजेक्ट नहीं है। 20 हजार करोड़ रुपए में से केवल 1000 करोड़ रुपए ही संसद भवन पर लगाए जाएगें। विपक्ष बार बार गलत तथ्य प्रस्तुत कर रहा है। सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट में सभी सांसदों के लिए कार्यालय की व्यवस्था होगी। इसमें एक साथ 1224 सांसद एक समय में एक साथ बैठ पाएंगे,क्योंकि हमारे देश की जनसंख्या तेजी से बढ रही है, ऐसे में आने वाले समय में सांसदों की संख्या बढ़ जाएगी,जिसके कारण नए संसद भवन की आवश्यक्ता होगी। इसमें काफी कार्यालय किराए के भवनों में चल रहे हैं। यह प्रोजेक्ट पूरा होने पर मंत्रालयों के कार्यालय नए संसद भवन में आ जाएंगे, जो कार्यालयों का किराया बचेगा, उस पैसे को जनता के कल्याण पर लगाया जाएगा। इस अवसर पर रजिस्ट्रार प्रो.सुरेश कुमार, प्रो.अनिता सिंग्रोहा, छात्र संसद की संयोजक प्रो.अमिता मलिक, प्रो.सुखदीप सिंह, प्रो.सुमन सांगवान, प्रो.सुमन देशवाल, डा.दिनेश सिंह व डा.प्रदीप सिंह आदि उपस्थित थे।