लखनऊ में धार्मिक स्थलों पर फिर से बढ़ी लाउडस्पीकर की आवाज
लखनऊ, 06 अक्टूबर। लखनऊ सहित उत्तर प्रदेश में बीते अप्रैल माह में धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर हटाने व उनकी आवाज को कम कराने के सफल अभियान के चार माह बीतते ही फिर से लखनऊ में लाउडस्पीकर की आवाज बढ़ गयी है। शहर के कई धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर से बढ़ी हुई आवाज लोगों की नींद एवं चैन उड़ा रही है।
उल्लेखनीय है कि अप्रैल माह में शासन में बैठे अधिकारियों के निर्देश पर चलाये गये अभियान में पूरे प्रदेश में लगभग 11 हजार लाउडस्पीकर हटाये गये। वहीं 35 हजार लाउडस्पीकर की आवाज को कम कराया गया था। इसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी कानून व्यवस्था प्रशान्त कुमार हर जिले के कप्तान से सीधी वार्ता कर रहे थे। जिलाधिकारी स्तर पर अभियान को सफल बनाने के लिए प्रतिदिन की रिर्पोट ली जा रही थी। अभियान को सफल बनाकर लोगों को राहत पहुंचाने में उप्र शासन कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहता था।
लखनऊ में वैसे तो कई स्थानों पर धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर की आवाज से ध्वनि प्रदूषण फैलाये जाने की समस्या सामने आ रही है, तो इस संबंध में लोगों की अपनी बातें भी निकल कर आयी हैं। डालीगंज पुल से आईटी मार्ग पर पन्नालाल चौराहे के निकट स्थित हरी मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से तंग हो चुके पंकज, सुनील ने कहा कि सुबह और शाम तेज ध्वनि से वे परेशान है। कुछ माह तक ध्वनि नियंत्रित होने से बड़ा चैन था। फिर से आवाज बढ़ गयी है।
कैसरबाग थाने के खंडारी बाजार पुलिस चौकी क्षेत्र में आने वाले माॅडल हाऊस क्षेत्र में ट्यूबवेल के सामने वाली गली में स्थित मस्जिद पर लगे लाउडस्पीकर से सुबह के वक्त की आवाज से लोगों की नींद टूट जा रही है। नीरा ने समस्या बताते हुए कहा कि लाउडस्पीकर की आवाज से सुबह ही नींद टूटती है तो उनके घर के बच्चे भी उठ जाते है। बच्चों की एक बार नींद टूटने के बाद दूसरी बार नींद लगती नहीं है।
लखनऊ की तरह ही उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से भी धार्मिक स्थलों पर लगे लाउडस्पीकर की आवाज बढ़ने की समस्या सामने आ रही है। कुछ माह के भीतर ध्वनि प्रदूषण की समस्या से लोगों को पुनः ग्रसित देखा जा रहा है। इस संबंध में सबसे ज्यादा शिकायतें गोरखपुर, आजमगढ़, लखनऊ, आगरा, बरेली जैसे जिलों से सामने आ रही है।