फारबिसगंज विधायक को कांके जाकर मानसिक इलाज कराने की दी महागठबंधन ने नसीहत
अररिया 11सितम्बर फारबिसगंज नगर परिषद में चुनाव अधिसूचना से पहले आनन-फानन में कराये गये दो करोड़ रुपये की राशि के नगर विकास एवं आवास विभाग के योजनाओं का फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी उर्फ मंचन केशरी द्वारा शिलान्यास और उद्घाटन को लेकर महागठबंधन और भाजपा विधायक में ठन सी गयी है।एक दिन पहले राजद जिलाध्यक्ष के बयान को लेकर फारबिसगंज विधायक विद्यासागर केशरी की ओर से किये गये पलटवार और प्रोटोकॉल को लेकर दिये गये सलाह पर आज महागठबंधन के नेताओं ने प्रेस कांफ्रेंस कर विधायक विद्यासागर केशरी को ही अपने दिमाग का इलाज कराने के लिए कांके जाने की सलाह दे दी है।
राजद जिलाध्यक्ष सह फारबिसगंज प्रमुख सुरेश पासवान,जदयू जिला उपाध्यक्ष रमेश सिंह,युवा कांग्रेस के जिलाध्यक्ष करण कुमार पप्पू सहित गुड्डू अली,अमित पूर्वे,नौशाद आलम ने संयुक्त रूप से प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि जिला में प्रभारी मंत्री प्रो.चंद्रशेखर के जिला में मौजूद रहने पर नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ने सम्पर्क कर उनसे शिलान्यास और उद्घाटन का समय लिया था और बकायदा इसको लेकर शिलापट्ट तैयार किया गया था।जिसमें प्रभारी मंत्री का नाम अंकित था।किसी कारणवश नहीं आने पर आखिर क्यों रात भर में शिलापट्ट को बदला गया और यह सवाल नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी से किया गया था न कि विधायक से।राजद जिलाध्यक्ष सुरेश पासवान ने कहा कि उसे प्रोटोकॉल अच्छी तरह पता है।क्योंकि उनके फूफा पांच बार सांसद रहने का काम किये तो वह खुद 15 सालों तक मुखिया और प्रमुख बना है।उन्होंने कहा कि वह संगठन को जोतकर लगातर जनता के मतों से ही निर्वाचित हुए और यहां तक पहुंचे,न कि ऊपर ऊपर हवाई जेट से उतरे हैं।उन्होंने कहा कि बिहार में हमारी महागठबंधन की सरकार है और इस नाते हमारे जिला प्रभारी मंत्री का नाम शिलापट्ट में रहना चाहिए।प्रेस कांफ्रेंस में शामिल महागठबंधन के नेताओं ने नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी के कार्यशैली पर प्रश्न खड़ा करते हुए आनन-फानन में किये गये शिलान्यास और उद्घाटन के पीछे चालीस फिसदी कमीशन का खेल करार दिया।महागठबंधन के नेताओं ने कार्यपालक पदाधिकारी पर एक पार्टी विशेष को संरक्षित करने का आरोप लगाते हुए एक शिष्टमंडल द्वारा डीएम से मिलकर शिकायत करने की बात कही।