(मन की बात) मधुमक्खी पालन और शहद मिशन बढ़ा रहा किसानों की आयः प्रधानमंत्री
नई दिल्ली, 31 जुलाई प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम में कुछ सफलता की कहानियों का उल्लेख करते हुए कहा कि राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन और शहद मिशन जैसी पहल हमारे किसानों की आय बढ़ाने में मदद करके उनके जीवन को बदल रही है।
प्रधानमंत्री मोदी ने रविवार को ‘मन की बात’ की 91वीं कड़ी को संबोधित करते हुए कहा कि हाल के समय में देश से शहद का निर्यात बढ़ा है। इस क्षेत्र में और भी बड़ी संभावनाएं हैं। वे चाहेंगे कि हमारे युवा इन अवसरों से जुड़कर उनका लाभ ले और नई संभावनाओं को साकार करें।
उदाहरण देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हरियाणा में, यमुनानगर में एक मधुमक्खी पालक साथी सुभाष कंबोज ने वैज्ञानिक तरीके से मधुमक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया। उन्होंने केवल छह बॉक्स के साथ अपना काम शुरू किया था। आज वो करीब दो हजार बॉक्सेस में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। उनका शहद कई राज्यों में सप्लाई होता है।
उन्होंने बताया कि जम्मू के पल्ली गांव में विनोद कुमार डेढ़ हजार से ज्यादा कॉलोनियों में मधुमक्खी पालन कर रहे हैं। उन्होंने पिछले साल रानी मक्खी पालन का प्रशिक्षण लिया है। इस काम से वे सालाना 15 से 20 लाख रुपये कमा रहे हैं। कर्नाटक के किसानमधुकेश्वर हेगड़े ने भारत सरकार से 50 मधुमक्खी कॉलोनियों के लिए सब्सिडी ली थी। आज उनके पास 800 से ज्यादा कॉलोनियां हैं और वो कई टन शहद बेचते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रोफेशलन पढ़ाई करने वाले युवा भी इसे अपना स्वरोजगार बना रहे हैं। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के निर्मीत सिंह बीटेक हैं और उनके पिता डॉक्टर हैं। उन्होंने पढ़ाई के बाद नौकरी की जगह स्वरोजगार का फैसला लिया और शहद उत्पादन का काम शुरू किया। गुणवत्ता परीक्षण के लिए लखनऊ में अपनी एक लैब भी बनवाई। अब शहद और बी वैक्स से अच्छी कमाई कर रहे हैं और अलग-अलग राज्यों में जाकर किसानों को प्रशिक्षित भी कर रहे हैं।