पश्चिम से आ रही शुष्क हवाओं से कमजोर हो रहा मानसून
– हल्की बारिश से उमस भरी गर्मी से मिली राहत
कानपुर, 29 अगस्त। दक्षिण पूर्वी उत्तर प्रदेश के पास बने चक्रवाती हवा के क्षेत्र और उत्तर पश्चिम से आ रही शुष्क हवाओं ने कानपुर परिक्षेत्र में मानसून को कमजोर कर दिया है। हालांकि आज हल्की बारिश हुई और उससे लोगों को उमस भरी गर्मी से काफी हद तक राहत मिल सकी। मौसम विभाग का कहना है कि आगामी दिनों भी ऐसी ही हल्की बारिश होती रहेगी।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ एस एन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि मानसून की अक्षीय रेखा हिमालय की तलहटी के पास चल रही है। पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक ट्रफ रेखा पूर्वी विदर्भ से आंध्र प्रदेश के दक्षिणी तट तक फैली हुई है। झारखंड और आसपास के क्षेत्र में समुद्र तल से 3.1 से 5.4 किमी के बीच चक्रवाती परिसंचरण देखा जा सकता है। समुद्र तल से 4.5 से 5.8 किमी के बीच दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में एक परिसंचरण है। पश्चिमी विक्षोभ को अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों में नहीं बल्कि एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र केरल और आसपास के क्षेत्रों में समुद्र तल से 3.1 से 7.6 किमी ऊपर है।
बताया कि अधिकतम तापमान 32.4 और न्यूनतम तापमान 24.8 डिग्री सेल्सियस रहा। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 87 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 87 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पश्चिम रही जिनकी औसत गति 3.6 किमी प्रति घंटा रही। आगामी पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहने के कारण 29-30 अगस्त के मध्य तेज हवाओं एवं गरज-चमक के बूंदा बांदी या हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना लगातार बनी हुई है। उमस के साथ धूप भी निकलने की पूरी संभावना है।