आजादी का अमृत महोत्सव की श्रंृखला में एफसीआई द्वारा मोहाना में आयोजित किया गया राष्ट्रीय एवं राज्य मीडिया कार्यक्रम
सोनीपत
भारतीय खाद्य निगम के संभागीय कार्यालय रोहतक द्वारा जिला सोनीपत के एफसीआई, साइलो मोहाना में मंगलवार को राष्ट्रीय एवं राज्य मीडिया कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एफसीआई हरियाणा के उप-महाप्रबंधक प्रदीप सिंह रहे। एफसीआई हरियाणा के उप-महाप्रबंधक ने बताया कि पूरे देश में आजादी के अमृत महोत्सव श्रृंखला में एफसीआई साईलो मोहाना राष्ट्रीय एवं राज्य मीडिया कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भारतीय खाद्य निगम की उपलब्धियों व कार्यप्रणाली को आमजन तक पहुंचाने का है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2021 में गेहूं मोहाना साईलो में भंडारित किया गया था और इसकी क्षमता 50 हजार मीट्रिक टन है।
उन्होंने बताया कि मोहाना 04 साईलो है और प्रत्येक में 12400 मीट्रिक टन गेहूं की क्षमता है। उन्होंने बताया कि यह साईलो पूरी तरह मैकेनाईज स्टील साईलो है। इस प्रकार के साईलो से भंडारन हानी और गेहूं को कीटग्रस्त होने की सम्भावना कम रहती है। उन्होंने बताया कि हरियाणा में सोनीपत के अलावा रोहतक और कैथल में भी इस प्रकार के साईलो बनाए गए है।उन्होंने बताया कि साईलो में अमेरिका और कनाडा की तकनीक का प्रयोग किया गया है। यहां स्काडा सिस्टम से सभी मशीनों को जोड़ा गया है, जोकि ऑटोमेटिक सिस्टम है।
उन्होंने बताया कि यहां किसानों की सुविधा के लिए खरीद के समय मंडी प्रांगण घोषित कर दिया जाता है। यहां पर कोई भी किसान सीधे तौर पर अपनी फसल को लेकर आ सकता है और जोकि भारत सरकार द्वारा न्युनतम रेट पर ही लिया जाता है। इसके अलावा किसानों को उनकी फसल का दाम 48 घंटे के अन्दर ही उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाता है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा लाई गई ट्राली का तोल होने के बाद मशीन पर जाती है जहां वह ऑटोमेटिक अनलोड होने उपरांत साफ होकर बीन तक चला जाता है। उन्होंने बताया कि किसानों द्वारा लाई गई फसल की नमी जांचने के लिए अत्याधुनिक यंत्र लगाए गए है। उन्होंने बताया कि यहां नमी का मानक 12 प्रतिशत तक स्वीकार किया जाता है।
एफसीआई साईलो का प्रमुख उद्देश्य किसानों के हितों की रक्षा के लिए प्रभावी मूल्य समर्थन संचालन करना है। इसके अलावा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के लिए पूरे देश में खाद्यान्न का वितरण करना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए खाद्यान्नों के संचालन और बफर स्टॉक के संतोषजनक स्तर को बनाए रखना है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के प्राथमिक उद्देश्य को पूरा करने के लिए 1965 में भारतीय खाद्य निगम की स्थापना खाद्य निगम अधिनियम 1964 के तहत की गई थी।उप-महाप्रबंधक ने बताया कि भारतीय खाद्य निगम मंडल कार्यालय रोहतक हरियाणा क्षेत्र के अंतर्गत आता है। चूंकि इस क्षेत्र में भारी मात्रा में गेहूं और चावल की वस्तुओं की खरीद की जाती है और इसलिए यह देश भर में लाभार्थियों की एक विस्तृत श्रृंखला के लिए खाद्यान्न की खरीद और वितरण करने वाले प्रमुख प्रभागों में से एक है।
उन्होंने बताया कि डिवीजन रोहतक के तहत 4 राजस्व जिले आत है जिनमें झज्जर, जींद, सोनीपत और रोहतक आते हैं। उन्होंने बताया कि इन 4 राजस्व जिलों में एफसीआई के स्वामित्व वाले 07 गोदाम हैं और 53 किराए के गोदाम चालू हैं जिनका रखरखाव / पर्यवेक्षण एफसीआई द्वारा किया जाता है, जिसमें दो साइलो भी शामिल हैं।
इस दौरान उनके साथ डीएम रोहतक केशव कुमार मीणा, एजीएम रोहतक जितेन्द्र कुमार, मैनेजर रोहतक अनिल कुमार, एनसीएमएल साईलो चेयरमेन पंकज तोमर, मैनेजर सोनीपत नरेश कुमार व धर्मेन्द्र कुमार सहित विभागीय स्टाफ जितेन्द्र कुमार, रोब सिंह, नीरज मलिक, अनीश कुमार, विनोद कुमार, दीपक व संगिता आदि उपस्थित थे।