नटखट नटखट नंदकिशोर माखन खा गयो माखन चोर : कृष्ण रास लीला का भव्य मंचन
सोनीपत , 23 अगस्त। महावीर कॉलोनी स्थित श्री सिद्ध पीठ लक्ष्मीनारायण बालाजी मंदिर में छठी महोत्सव के उपलक्ष में भव्य रास लीला मंचन के दूसरे दिन श्रीकृष्ण की अनेक लीलाओं का दर्शन कराया गया। इस अवसर पर प्रमुख समाजसेवी संजय कुकरेजा एवं विकास खत्री मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। इनके साथ साथ समाजसेवी विजय तुल्ली, लेखराज नासा, विनोद गुलिया, सुरेंद्र नय्यर ने विशिष्ट अतिथि के रुप में शिरकत की।आज के मंचन मे छोटे से गोपाल कृष्ण ग्वालों के साथ खेलने ब्रह्मांड घाट रमणरेती पर जाते हैं। खेल खेल में कृष्ण जो गोपाल मिट्टी खा जाते हैं। जब यह बात ग्वालो को पता लगती है तो वह कृष्ण का कान पकड़कर मां यशोदा के पास ले जाते हैं। इस पर मां यशोदा कृष्ण का मुंह खुलवाती है। तो संपूर्ण ब्रह्मांड का दर्शन भगवान कृष्ण के मुख में होता है। यह देख यशोदा डर जाती हैं। तब श्री कृष्ण अपने 10 अवतारों मीन, कश्यप, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध , कलकी अवतार के दर्शन मां यशोदा को कराते हैं। यह सब देख यशोदा मां पूछती है कि तू कौन है। तब बालकृष्ण कहते हैं मैं तो तेरा लला हूं। इसके बाद माखन चोरी लीला के दर्शन कराए जाते हैं। नटखट के संग वालों की टोली बनाकर गोपियों के घरों में माखन की चोरी करते हैं।
नटखट नटखट नंदकिशोर माखन खा गयो माखन चोर
माखन चोरी का भाव पूर्ण दृश्य देख उपस्थित दर्शक भावविभोर हो जाते हैं। लीला मंचन के समापन पर कृष्ण विषैले यमुना जल को देखकर चिंतित हो जाते हैं। पता चलता है कि रमनदीप से कालिया नाम का भयंकर नाग यमुना में आकर रहने लगा है। तब श्री कृष्ण गेंद के खेल के बहाने यमुना किनारे जाते हैं और यमुना में फेंक देते हैं। तब ग्वाले झगड़ा करते हैं तो श्री कृष्ण यमुना में कूद पड़ते हैं और कालिया नाग को नाथ कर बाहर लाते हैं। इस प्रकार भगवान कृष्ण के जयघोष के साथ दूसरे दिन का मंचन समाप्त होता है।
मंदिर कमेटी के प्रधान सुरेश भारद्वाज ने बताया कि श्री कृष्ण लीला मंचन 24 अगस्त तक चलेगा और इस दिन भगवान कृष्ण की छठी मनाई जाएगी। मंदिर कमेटी की ओर से सभी मुख्य अतिथि एवं अतिथियों को स्मृति चिन्ह एवं फटका देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर अशोक अरोड़ा , राज करण शर्मा, संजीव बत्रा, विकास खत्री, मेहरचंद मलिक, मुकेश भोला, राजेश भारद्वाज, संदीप भारद्वाज, चरणजीत सहगल, सुरेंद्र कुमार, आनंद लाकड़ा, भोजराज पहलवान, ओम प्रकाश पुजारी, जतिन भारद्वाज, लवली खतरेजा, रिंकू खतरेजा, जतिन पाहुजा, अजीत भारद्वाज, हरगोविंद गंभीर, प्रकाश तनेजा, बिना भारद्वाज, वेदरानी अरोड़ा, पूनम शर्मा, पुष्पा झाम्ब, दया बहन जी, परमेश्वरी देवी, बनारसी देवी, आदि उपस्थित थे। इस अवसर पर हजारो श्रद्धालुओं ने प्रशाद रुपी भंडारा ग्रहण किया।