नव वर्ष के पहले दिन घने कोहरे और धुंध ने रोकी जीवन की रफ्तार,बर्फीली हवाओं ने गलन बढ़ाया
वाराणसी,01 जनवरी। आंग्ल नववर्ष के पहले दिन रविवार को घने कोहरे और धुंध की चादर पूरे दिन तनी रही। शनिवार देर रात से ही घने कोहरे ने आसमान से लेकर जमीन तक अपनी चादर तान दी। जिसका असर पूरे दिन बना रहा। अलसुबह से लेकर शाम तक हालात यह रही कि चार पहिया वाहन जहां फॉग लैंप के साथ नजर आए तो घना कोहरा वाले क्षेत्रों में दोपहिया वाहन भी धीमी गति से चलते रहे। कोहरे की चादर इस तरह छाई रही कि रास्ते में पचास मीटर भी कुछ साफ नहीं दिख रहा था।
घने कोहरे के चलते बाबतपुर स्थित लालबहादुर शास्त्री हवाईअड्डे पर मुम्बई से आया विमान देर तक चक्कर लगाने के बाद भुवनेश्वर डायवर्ट हो गया। बाबतपुर एयरपोर्ट पर अपरान्ह 1.23 बजे तक रनवे की दृश्यता 400 मीटर रही। जिसके चलते एयर इंडिया का दिल्ली से आने वाला विमान लखनऊ डायवर्ट कर दिया गया। कोहरे के चलते कोलकाता, मुम्बई और हैदराबाद से आए विमान वाराणसी हवाई क्षेत्र का कई चक्कर लगाने के बाद विमानतल पर उतरे। वहीं, राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी ट्रक चालक धीमी गति से चलते रहे। घने कोहरे, हवा में नमी के चलते ठंड और गलन भी बढ़ गई है। मौसम विभाग के अनुसार आगामी चार—पांच दिनों तक ऐसा ही मौसम रहेगा। मौसम के तेवर में बदलाव और अवकाश का दिन रहने के कारण लोग अपरान्ह बाद घर में लौट गये। वाराणसी में शाम पांच बजे अधिकतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 09 डिग्री सेल्सियस रहा। दृश्यता 10 फीसद और आद्रता 92 फीसद दर्ज किया गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 23.7 डिग्री और न्यूनतम तापमान 7.5 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विशेषज्ञों के अनुसार देश में कई जगहों पर शीतलहर चल रही है। उसी का असर है कि कोहरा छाने के साथ ही तापमान में भी कमी देखने को मिल रही है। घरों में जहां लोग अलाव या अंगीठी के साथ रूम हीटर जलाकर शरीर को गर्म करते दिखे। वहीं, सड़कों पर भी लोग अलाव जला कर गलन से राहत पाने का प्रयास करते रहे।