सचिन पायलट की सोनिया गांधी को दो टूक- राजस्थान में तुरंत बदलें सीएम, नहीं तो पंजाब जैसा हाल होगा
नई दिल्ली/जयपुर
राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने कांग्रेस हाईकमान को चेतावनी दी है। पायलट ने कहा है कि राजस्थान में जल्द मुख्यमंत्री बदला जाए, नहीं तो पंजाब जैसा हाल होगा। राजस्थान में अशोक गहलोत के नेतृत्व में कांग्रेस की सरकार चल रही है। सूत्रों के हवाले से बताया कि सचिन पायलट ने पिछले दिनों सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात में कहा कि अगर कांग्रेस को राजस्थान में वापसी करनी है, तो मुख्यमंत्री बदलना होगा। पायलट ने आगे कहा कि यह काम तुरंत हो, वरना पंजाब जैसा हाल होगा।
मीटिंग के बाद पायलट ने क्या कहा था?-सचिन पायलट सोनिया गांधी से अप्रैल में 3 मुलाकात कर चुके हैं। पायलट ने 21 अप्रैल को मुलाकात के बाद कहा- ‘दो साल पहले एआईसीसी की बनाई कमेटी ने कई कदम उठाए हैं, उसी दिशा में आगे काम करना है। राज्य में 2023 में होने वाले चुनाव में सरकार बनाना लक्ष्य है। मेरी भूमिका पर हाईकमान को फैसला करना है।’ सचिन पायलट ने तर्क दिया कि अभी चुनाव में डेढ़ साल बाकी है, अगर सीएम बदला गया, तो हम सरकार में वापसी कर सकेंगे।
सीएम बदलेगा, तो पता भी नहीं चलेगा : गहलोत
सोनिया गांधी से सचिन पायलट के मुलाकात के बाद अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया था। गहलोत ने एक कार्यक्रम में कहा था, ‘मैं जब से मुख्यमंत्री बना हूं, तब से अपना परमानेंट इस्तीफा सोनिया गांधी के पास रख दिया है। जब मुख्यमंत्री बदलना होगा, तो किसी को कानों-कान खबर नहीं होगी।’
गहलोत-पायलट के बीच तकरार की कहानी पुरानी
2020 में सचिन पायलट अशोक गहलोत के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए 18 विधायकों के साथ गुरुग्राम के एक रिसॉर्ट में चले गए थे। हालांकि, हाईकमान के दखल के बाद मामला शांत हुआ था। कांग्रेस ने विवाद सुलझाने के लिए अजय माकन, प्रियंका गांधी और केसी वेणुगोपाल के नेतृत्व में एक कमेटी भी बनाई थी।
पंजाब में चली गई थी कांग्रेस की सत्ता: पंजाब में कांग्रेस ने चुनाव से 4 महीने पहले कैप्टन अमरिंदर सिंह को हटाकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया था। कांग्रेस का यह प्रयोग चुनाव में असफल रहा। मुख्यमंत्री भी विधानसभा का चुनाव हार गए। कांग्रेस ने अपनी समीक्षा में पाया कि चन्नी एंटी इनकम्बैंसी को खत्म नहीं कर पाए, जिस वजह से सरकार चली गई।