विविधता में एकता के आलौकिक स्वरूप वार्षिक निरंकारी संत समागम की तैयारियां जोरो पर
संत समागम की तैयारियों में लगे श्रद्धालु भक्त ।
गन्नौर। समदृष्टि के भाव को दर्शाते हुए 75वें वार्षिक निरंकारी संत समागम का भव्य शुभारम्भ 16 से 20 नवम्बर तक संत निरंकारी आध्यात्मिक स्थल ग्राउंड में आयोजित होगा। संत समागम की तैयारिया जोरो पर चल रही है। विभिन्न त्यौहारों के इस समय में सभी श्रद्धालु भक्त अपने पारिवारिक दायित्वों को निभाते हुए संत समागम सेवाओं में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे हैं। सत्गुरु माता जी भी समागम स्थल की संपूर्ण गतिविधियों का अवलोकन कर रहे हैं और उनके पावन दर्शनों की प्राप्ति कर सभी भक्तजन स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं। अपने सत्गुरु के दिव्य दर्शनों की प्राप्ति से भक्तों में भी सेवा का और अधिक उत्साह देखने को मिल रहा है। आध्यात्म के इस आलौकिक स्वरूप को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा है मानो जैसे समागम सेवाओं में सम्मिलित होने वाला प्रत्येक भक्त दिव्यता के वातावरण में प्रतिपल भक्तिमय हो रहा हो। 75वें वार्षिक निरंकारी संत समागम में भारत एंव दूर देशों से अधिक से अधिक संख्या में श्रद्धालु भक्त सम्मिलित होंगे। समागम स्थल पर सत्संग पंडाल के अतिरिक्त रिहायशी टेंट भी लगाए जा रहे हैं जहाँ बाहर से आने वाले श्रद्धालु भक्तों के लिए ठहरने तथा लंगर इत्यादि की उचित व्यवस्था होगी। साथ ही अलग-अलग मैदानों में कुछ कैन्टीनों की भी सुविधाएं दी जायेंगी जिसमें जलपान इत्यादि वस्तुएं रियायती दरों पर उपलब्ध होंगी। समागम में सम्मिलित होने वाले भक्तों के लिए भारतीय रेलवे द्वारा आध्यात्मिक स्थल समालखा के निकट भोड़वाल माजरी रेलवे स्टेशन पर लगभग सभी ट्रेनों के रूकने की अनुमति दी गयी है।