क्वाड देश हिन्द-प्रशांत में आधारभूत ढांचे पर 50 अरब डॉलर करेंगे खर्च
नई दिल्ली, 24 मई । हिन्द-प्रशांत क्षेत्र के सुरक्षा संवाद मंच क्वाड ने इस क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के लिए अगले पांच वर्ष के दौरान 50 अरब डॉलर की धनराशि खर्च करने का फैसला किया है।
जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित क्वाड शिखर वार्ता के बाद हिन्द-प्रशांत क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास की इस महत्वपूर्ण पहल पर सहमति बनी।
टोक्यो में आयोजित क्वाड शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन, जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा और आस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीस के बीच वार्ता में तय किया गया कि इस क्षेत्र में आधारभूत ढांचे के विकास के लिए सदस्य देश मिलकर काम करेंगे। इस काम के लिए सरकारी और निजी दोनों ओर से निवेश होगा।
क्वाड की चार शिखर वार्ताओं में यह दूसरा अवसर है जब चारों देशों के नेताओं ने एक साथ बैठकर विचार-विमर्श किया। बैठक के बाद जारी संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि आधारभूत ढांचे के विकास के लिए 50 अरब डॉलर की धनराशि उपलब्ध कराई जाएगी। सदस्य देश इस काम में अपनी क्षमता और अनुभव के आधार पर योगदान करेंगे। क्वाड की इस पहल को चीन के वन बेल्ट वन रोड (एक पट्टा एक सड़क) योजना का जवाब माना जा रहा है।
क्वाड नेताओं ने विभिन्न देशों के कर्ज संबंधी मसलों पर भी चर्चा की जो कोरोना महामारी के कारण विभिन्न देशों के लिए बड़ी समस्या बन गया है।
संयुक्त वक्तव्य में कहा गया कि विभिन्न देशों के सामने मौजूद कर्ज संबंधी मसलों और चुनौतियों का सामना करने के लिए जी20 देशों के संगठन की परिधि में कदम उठाये जायेंगे। विभिन्न देशों की आर्थिक संस्थाओं के सहयोग से पारदर्शिता के साथ कर्ज संबंधी समस्याओं से उबरने के लिए प्रयास किए जायेंगे। सदस्य देशों ने इसके लिए ‘क्वाड कर्ज प्रबंधन संसाधन पोर्टल’ कायम करने का फैसला किया जिसमें द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग हासिल किया जाएगा।
घोषणा पत्र में आधारभूत ढांचे की सुरक्षा संबंधी विशेषकर साइबर सुरक्षा के संबंध में सहयोग बढ़ाने का फैसला किया गया। इस संबंध में सूचनाओं के आदान-प्रदान और आपूर्ति श्रृंखला के संबंध में चुनौतियों का आकलन किया जाएगा। क्वाड देशों ने अंतरिक्ष क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने के लिए ‘क्वाड उपग्रह डाटा पोर्टल’ बनाने का भी फैसला किया।