पश्चिम बंगाल के साथ पूर्वोत्तर भारत में बारिश की बन रही गतिविधियां
कानपुर, 24 अक्टूबर। इस समय कई मौसम प्रणालियां देश को प्रभावित कर रही हैं। बंगाल की खाड़ी के ऊपर बना डीप डिप्रेशन तेज होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की आशंका है। ओडिशा के उत्तरी तट और गंगीय पश्चिम बंगाल के साथ-साथ पूर्वोत्तर भारत में बारिश की गतिविधियां तेज हो जाएंगी। ये सभी मौसम प्रणालियां और मौसम गतिविधियां 26 अक्टूबर तक कम हो जाएंगी। यह बातें सोमवार को चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय कानपुर के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एस एन सुनील पाण्डेय ने कही।
उन्होंने कहा कि हमें उम्मीद नहीं है कि बंगाल की खाड़ी के ऊपर जल्द ही कोई ताजा मौसम प्रणाली विकसित होगी। ताजा पश्चिमी विक्षोभ नवंबर के पहले सप्ताह में पश्चिमी हिमालय तक पहुंचने की उम्मीद है। इस प्रकार, 26 अक्टूबर से 28 अक्टूबर के बीच पूरे देश का मौसम शुष्क रहने की संभावना है। अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के साथ-साथ तमिलनाडु और केरल के दक्षिणी भागों में हल्की बारिश की गतिविधि हो सकती है। चक्रवात सितरंग के समाप्त होने के बाद बंगाल की खाड़ी के ऊपर उत्तर-पूर्वी हवाओं का सामान्य प्रवाह शुरू हो जाएगा। ये उत्तर-पूर्वी हवाएं पूर्वोत्तर मानसून की शुरुआत में मदद करेंगी। 28 या 29 अक्टूबर से आंध्र प्रदेश के तटीय इलाकों और तमिलनाडु के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश शुरू हो सकती है।