भाजपा-कांग्रेस के कमीशन खेल में उलझा सड़क निर्माण: कपूर सिंह राठी
* पूर्व पार्षद पति सोनू दलाल बोले, सड़क को ठीक तरह से बनवाएं विधायक व पूर्व विधायक
* ठेकेदार द्वारा बनाया गया रोड अगर गलत तो कार्यवाही करे सरकार
सिद्धार्थ राव, बहादुरगढ़। बहादुरगढ़ के विधायक राजेंद्र सिंह जून व भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक विकास कार्यों के नाम पर केवल राजनीति कर रहे हैं, उन्हें शहर के विकास से कोई सरोकार नहीं है। झज्जर रोड पर राज अखाड़े से सेक्टर-13 तक डी प्लान के तहत बनने वाली सड़क के निर्माण कार्य में हो रही गड़बड़ी से यह सिद्ध हो गया है। एक ओर जहां भाजपा के पूर्व विधायक नरेश कौशिक ने आनन-फानन में इस सड़क का उद्घाटन कर दिया, वहीं कांग्रेस के वर्तमान विधायक राजेंद्र सिंह जून ने इस सड़क के निर्माण कार्य की जांच करने की मांग की है। असलियत में कांग्रेस व भाजपा में कमीशन को लेकर होड़ मची है। इससे जनता के हितों का कोई लेना-देना नहीं है। यह कहना है युवा इनेलो नेता कपूर सिंह राठी का। वह अपने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पिछले बोर्ड में भी कांग्रेस-भाजपा का ठगबंधन चर्चाओं में रहा। जिसमें करोड़ों रुपए के घोटाले हुए और ठेकेदारों से मोटा कमीशन लिया गया। अब ऐसा ही कुछ नगर परिषद के वर्तमान बोर्ड में भी देखने को मिल रहा है। क्योंकि जहां भाजपा के पूर्व विधायक ने जल्दबाजी में नारियल फोड़कर रोड का उद्घाटन कर दिया तो अगले ही दिन वर्तमान कांग्रेस विधायक राजेंद्र सिंह जून भी उस रोड का जायजा लेने पहुंच गए और सड़क निर्माण की जांच की मांग की। राजेंद्र सिंह जून तीसरी बार बहादुरगढ़ के विधायक बने हैं और उन्होंने 2005 में लगभग 100 विकास कार्यों की निर्माण सामग्री के सैंपल भरवाए थे, लेकिन उनमें से आज तक एक की भी रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है। यह केवल दबाव बनाने वाली नीति है। इस तरह के खेल को जनता समझ चुकी है। यह सारा मामला केवल कमीशन को लेकर है। विधायक राजेंद्र सिंह जून ने जो 100 सैंपल लिए थे, उन्हें आज लगभग 17 साल हो गए हैं। उनकी रिपोर्ट यदि आई है तो उन्हें सार्वजनिक करें। कपूर सिंह राठी ने कहा कि यही हाल भाजपा का है। जिसके पूर्व विधायक नरेश कौशिक लगातार कमीशन को लेकर चर्चाओं में रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनेलो से वार्ड की पूर्व पार्षद रेखा दलाल ने अपने कार्यकाल के दौरान डी प्लान के तहत 30 लाख रुपए इस सड़क के लिए पास करवाए थे, लेकिन इसका श्रेय भाजपा व कांग्रेस लेने का प्रयास कर रही है। कुल मिलाकर यह सारा मामला केवल कमीशन को लेकर हो रहा है। जनता की भलाई ने दोनों ही नेताओं का कोई सरोकार ही नहीं है। कांग्रेस-भाजपा ठगबंधन होने का ताजा उदाहरण नगर परिषद के हाल ही में हुए वाइस चेयरमैन चुनाव में देखने को मिला है। कांग्रेस के पांचों पार्षदों ने भाजपा को वोट डाली हैं। यदि ऐसा नहीं है तो राजेंद्र सिंह जून खुलासा करें कि उनकी पार्टी के पार्षदों ने किसको वोट किया है। पूर्व पार्षद पति सोनू दलाल ने कहा कि सड़़क को ठीक तरह से बनाकर यहां के लोगों को राहत प्रदान की जाए। इस मौके पर मनीष अहलावत, पूर्व पार्षद शशि कुमार, प्रवीण दलाल, सूरज सिंह, गुरदेव राठी, अजय, संजय जोवल, कंवल सिंह यादव, अमित अहलावत सहित अनेक कार्यकर्ता मौजूद रहे।