बीएचएस के प्रधानाचार्य पर घोटाले का आरोप, जांच की मांग
प्रयागराज, 15 सितम्बर। नगर के ब्वायज हाईस्कूल एंड कॉलेज में बैंक अधिकारियों व कर्मचारियों की मिलीभगत से निर्माण के नाम पर 45 करोड़ रूपये का घोटाला किया गया है। यह आरोप राष्ट्रीय युवा विकास पार्टी के अध्यक्ष संजीव मिश्रा ने लगाते हुए मुख्यमंत्री, उप्र शासन लखनऊ से जांच कराकर कार्यवाही की मांग की है।
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईस्कूल सोसाइटी में कई वर्षों से प्रबंधकीय विवाद चल रहा है, जिसमें कोई भी प्रबंध समिति सुचारू रूप से कार्य नहीं कर रही है। इसके कारण डेविड ल्यूक कार्यवाहक प्रधानाचार्य को पंजीकृत नियमावली के विरूद्ध एवं सोसाइटी पंजीयन अधिनियम 1860 के विपरीत जाकर एकल संचालन का अधिकार मिला है, जिसका दुरूपयोग करते हुए डेविड ल्यूक ने किसी प्रस्ताव के निर्माण के नाम पर अपनी चहेती एजेंसियों के नाम से 45 करोड़ निर्माण के नाम पर निकाल कर गबन कर लिया और प्रतापगढ़ में अपना विद्यालय बनवा लिया।
संजीव मिश्रा ने बताया कि उनके शिकायती पत्र पर मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा जांच के क्रम में सहायक रजिस्ट्रार फर्म्स सोसायटीज एवं चिट्स प्रयागराज में बीएचएस के खाते का परीक्षण किया गया, जिसमें उक्त धनराशि निकाली गयी है। शिकायतों पर सहायक रजिस्ट्रार ने परीक्षणोपरांत पूर्व में कार्यालय द्वारा पारित आदेश एकल खाता के संचालन के आदेश पर 03 अगस्त, 22 द्वारा रोक लगाते हुए पंजीकृत नियमावली में संयुक्त हस्ताक्षर से खाता संचालन कराये जाने का प्राविधान धारा 28 के अनुसार कराये जाने का निर्देश बैंकों को जारी किया है। लेकिन बैंक अधिकारियों एवं डेविड ल्यूक की मिलीभगत से खातों का एकल संचालन से रूपयों की निकासी धड़ल्ले से की जा रही है।
संजीव मिश्रा ने आरोप लगाया है कि अगर पूरे प्रकरण की जांच की जाय तो छात्रों के फीस से लगभग 300 करोड़ का घोटाला आने की सम्भावना है। उन्होंने चेतावनी दी है कि मुख्यमंत्री के स्पष्ट जांच के आदेश के उपरांत भी कई अधिकारी मिशनरियों के दबाव में जांच में हीला-हवाली कर दोषियों को बचाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि निष्पक्ष कार्यवाही न होने पर अभिभावकों के साथ बड़ा आंदोलन किया जायेगा। इस मामले में प्रधानाचार्य से वार्ता करने की कोशिश की गई लेकिन उनका फोन नॉट रिचेबल बता रहा था।