सिरसा: मुख्यमंत्री की प्रगति रैली पिछले सभी रिकार्ड करेगी ध्वस्त: रणजीत सिंह
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने रानियां में खुला दरबार लगाकर सुनी आमजन की समस्यांए
कहा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल 29 मई की ओढां प्रगति रैली में देंगे करोड़ों रुपये की सौगात
सिरसा मुख्यमंत्री मनोहर लाल की आगामी 29 मई को सिरसा के औढां में आयोजित होने वाली प्रगति रैली आजतक के सभी रिकार्ड ध्वस्थ करेगी। यह रैली सिरसा के इतिहास में ऐतिहासिक होगी, इस रैली में एक लाख लोग पहुंचने की उम्मीद है। बिजली मंत्री रविवार को रानियां के एक निजी रिजोर्ट में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहे । उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल का सिरसा जिला से हमेशा से ही विशेष लगाव रहा है और 29 मई को प्रगति रैली में करोड़ों रुपये के विकास कार्यों की सौगात देंगे। इस अवसर पर जिलाध्यक्ष भाजपा आदित्य देवीलाल, पूर्व चेयरमैन जगदीश चोपड़ा भी मौजूद थे। इस अवसर पर बिजली मंत्री ने आमजन की समस्याएं भी सुनी और अधिकारियों को तत्परता से समाधान के निर्देश दिए।
बिजली मंत्री रणजीत सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की सोच है कि पंक्ति के अंतिम व्यक्ति को भी लाभ पहुंचे। कोरोना काल के कारण कुछ समय विकास का पहिया धीमा जरूर पड़ा था, लेकिन आने वाले ढाई साल में सरकार द्वारा आगामी 10 वर्षों के बराबर काम करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश की सबसे बड़ी पार्टी है और मुख्यमंत्री मनोहर लाल निरंतर प्रदेश के विकास को लेकर प्रयासरत रहते हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में रानियां हलके में इतना काम हुआ है जिनता आज से पहले कभी नहीं हुआ। क्षेत्र के गांवों में करोड़ों रुपये के काम करवाए जा चुके हैं और प्रगति पर है। उन्होंने आमजन से अपील की कि वे 29 मई को ओढां की प्रगति रैली में अधिक से अधिक संख्या में पहुंच कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित करें और
इस मौके पर बिजली मंत्री ने कंपनशेसन एक्ट के तहत मृतक कर्मचारी एएलएम विष्णु भगवान के पिता जय सिंह को 10 लाख रुपये का चैक भी दिया। इसके अलावा भी मृतक कर्मचारी के परिजनों को 15 लाख रुपये दिए जाएंगे, जिसके संबंध में विभाग द्वारा कार्यवाही की जा रही है। बिजली विभाग में कार्यरत कर्मचारी विष्णु भगवान की कार्य के दौरान बिजली के करंट लगने से मृत्यु हो गई थी। इस अवसर पर पूर्व सरपंच नकोड़ा सुच्चा सिंह, पूर्व पार्षद फिरोजाबाद तारा सिंह, पूर्व सरपंच चक्कां पे्रम, पूर्व सरपंच ठोबरियां वेद नैन, बुटा सिंह नामधारी, राम सिंह, पूर्व सरपंच जगदेव सिंह, दीपक गाबा, निर्मल सिंह नामधारी ने भी अपने विचार रखे।