भारत में धूम्रपान करने से हर वर्ष लगभग 10 लाख लोगों की जान जाती है: दीपक
(सोनीपत): \
जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण सोनीपत के तत्वाधान में माननीय मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी व सचिव रमेश चंद्र के निर्देशानुसार कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया मैं कामगार , मजदूरों, श्रमिकों के लिए धूम्रपान निषेद्ध दिवस पर कानूनी जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में अधिवक्ता प्रदीप कौशिक वह कानूनी सेवक व नेशनल अवॉर्डी दीपक कुमार मंथन ने बताया की धूम्रपान करने से भारत देश में हर वर्ष लगभग 10 लाख लोग की जान जाती है। 1999 में तंबाकू का सेवन करने से लगभग छह लाख लोगों की जान जाती थी और 2019 के अनुसार वही संख्या बढ़कर दस लाख हो गई है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार धूम्रपान से मरने वालों की संख्या प्रतिवर्ष बढ़ रही है जो कि लगभग 13. 5 लाख हो चुकी है। इन सभी मौतों का कारण है तंबाकू। भारत तंबाकू के उत्पादन उपभोक्ता के रूप में दूसरे स्थान पर विश्व में आता है । लगभग 26 करोड़ वयस्क तंबाकू का सेवन करते हैं। जिसमें सिगरेट ,बीड़ी ,जर्दा ,खैनी, तंबाकू, सुपारी और हुक्का जैसी चीजों का सेवन करते हैं। जो कि हमारी आने वाली युवा पीढ़ी के लिए घातक है। तंबाकू के सेवन से हर साल लगभग 105 करोड लाख का आर्थिक नुकसान होता है । सिगरेट और अन्य तंबाकू उत्पाद विज्ञापन और व्यापार और वाणिज्य उत्पादन व्यापार और वितरण निषेध संशोधन अधिनियम 2020 के मुताबिक 18 वर्ष से कम आयु के किसी भी व्यक्ति को तंबाकू से पदार्थों को बेचना अपराध है । लेकिन जब तक लोग अपने आप इसके सेवन को नहीं छोड़ते और इससे होने वाले अपने परिवार के नुकसान के बारे में जागरूक नहीं होंगे। तब तक इसको पूरी तरह से समाप्त करना आसान नहीं है।
इस अवसर पर प्राधिकरण से आए वक्ताओं ने धूम्रपान न करने के लिए भी संकल्प शपथ भी दिलवाई। एचएसआईआईडीसी कुंडली के आइए मैनेजर रोबिन भाटला ने भी कहा कि फैक्ट्री और कंपनियों में काम करने वाले लाखों-करोड़ों कामगार मजदूर अपने घर परिवार से दूर रहकर दूसरे राज्यों में जाकर भी अपना रोजगार का कार्य करते हैं और फिर भी वह गलत दिशा की ओर साथ साथ चलते हैं जिसमें नशा सबसे बड़ा घातक है उन श्रमिकों के लिए धूम्रपान का प्रयोग करना उनके परिवार के भी पतन का कारण बनता है सभी श्रमिकों को धूम्रपान का त्याग करना चाहिए कुंडली इंडस्ट्रीज वेलफेयर एसोसिएशन के प्रधान सुभाष गुप्ता ने कहा कि एचएसआईडीसी और कुंडली इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की ओर से प्रत्येक कंपनी और फैक्टरी के गेट पर भी लिखा है कि फैक्ट्री के अंदर धूम्रपान निषेध है परंतु फैक्ट्री और कंपनियों में काम करने वाले कामगार मजदूर लुक छुप कर तंबाकू और धूम्रपान का सेवन करते हैं और अनेकों बीमारियों से पीड़ित होकर अपने और अपने परिवार को परेशानी में डाल देते हैं जिससे कि वह अपना जीवन खुशहाली से नहीं जी पाते हैं इसलिए सभी को नशे से दूर रहना चाहिए।
फ़ोटो:- कुंडली इंडस्ट्रीज एरिया सोनीपत में जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वाधान में आयोजित धूम्रपान निषेध दिवस पर धूम्रपान की हानियों की जानकारी देते हुए करौली सेवक व नेशनल अवॉर्डी दीपक कुमार मंथन।3 Attachments