शहीदों के गौरवमयी शौर्य से रूबरू हुए स्पोर्ट्स स्कूल के विद्यार्थी:
स्कूल निदेशक कर्नल अशोक मोर के नेतृत्व में शहीद स्मारक के लिए रवाना हुआ स्कूल का दल: कर्नल मोर ने शहीदों के देश की सुरक्षा में अमूल्य योगदान का महत्व समझाया: खुद भी सेना में निभा चुके हैं सजग अधिकारी की भूमिका
राई । राई स्थित मोतीलाल नेहरू खेलकूद विद्यालय के विद्यार्थियों का एक दल सुबह स्कूल के प्राचार्य एवं निदेशक कर्नल अशोक मोर के साथ दिल्ली में शहीद स्मारक के लिए रवाना हुआ। दल में स्कूल की उप प्राचार्या मौसमी घोषाल के अलावा अलग-अलग कक्षाओं के कैप्टन भी शामिल रहे। कर्नल अशोक मोर शहीद स्मारक स्थल पर देश के रणबांकुरों व एवं देश के लिए प्राण न्यौच्छावर करने वाले वीरों के इतिहास से संबंधित जानकारी विद्यार्थियों को दी। कर्नल मोर स्वयं भी सेना में लंबे समय तक अपनी सेवाएं दे चुके हैं और आप्रेशन विजय के दौरान दुश्मनों से लोहा लेते हुए अपना एक पैर भी गंवा चुके हैं। उनका मानना है कि देश की सुरक्षा में प्राणों की आहूति देने वालों के जीवन से विद्यार्थियों को प्रेरित होना चाहिए। इससे उनमें देशभक्ति की भावना का आविर्भाव होगा।
कर्नल अशोक मोर ने बताया कि राई स्पोर्ट्स स्कूल के अनेक पूर्व विद्यार्थी इस समय रक्षा, शिक्षा व खेल के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं और उच्च पदों पर आसीन हैं। वे स्वयं राई स्पोर्ट्स स्कूल के पूर्व विद्यार्थी रहे हैं। उन्होंने बताया कि शहीद स्मारक पर अशोक चक्र, परमवीर चक्र, शौर्य चक्र विजेताओं के अलावा अन्य शहीदों के शौर्य की गाथा भी अंकित है, जिससे विद्यार्थी रूबरू हुए। शहीद स्मारक का दौरा करने के साथ ही राई स्पोर्ट्स स्कूल के गोल्डन जुबली शैक्षणिक सत्र की विधिवत रूप से शुरूआत हुई।
विद्यार्थियों को शहीद स्मारक का भ्रमण करवाने की अनूठी पहल
आमतौर पर स्कूलों में विद्यार्थियों को भ्रमण के लिए ऐतिहासिक स्थलों या फिर हिल स्टेशन आदि का दौरा करवाया जाता है, लेकिन राई स्पोर्ट्स स्कूल में यह अनूठी पहल की गई है। यहां के विद्यार्थियों को पहली बार शहीद स्मारक पर ले जाया गया है। इससे न केवल दूसरे स्कूलों को प्रेरणा मिलेगी बल्कि विद्यार्थी शहीदों के सुनहरे योगदान से रूबरू भी होंगे। कर्नल अशोक मोर ने कहा कि वे विद्यार्थियों को इस तरह के भ्रमण भविष्य में भी करवाते रहेंगे।