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विश्व कप 2011 में जो भूमिका गौतम गंभीर ने निभाई थी, वही भूमिका इस वर्ष कोहली निभाएंगे: श्रीकांत

नई दिल्ली, 6 जनवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व बल्लेबाज कृष्णमाचारी श्रीकांत ने विराट कोहली की तारीफ करते हुए कहा कि 2011 विश्व कप में जो भूमिका गौतम गंभीर ने निभाई थी, वही भूमिका इस वर्ष कोहली निभाएंगे।

स्टार स्पोर्ट्स के शो ‘क्रिकेट का महाकुंभ’ पर श्रीकांत ने कहा, “एक खिलाड़ी के रूप में 1983 का विश्व कप जीतना और फिर टीम के चयनकर्ताओं का अध्यक्ष बनना, काफी अच्छा अहसास था। विश्व कप 2011 के फाइनल सहित पूरी सीरीज में गौतम गंभीर की बल्लेबाजी अभूतपूर्व थी, उन्हें बधाई, मुझे उन पर गर्व है। मैं भविष्यवाणी कर रहा हूं कि विराट कोहली 2023 विश्व कप में उसी प्रदर्शन को दोहराएंगे।”

श्रीकांत ने आगे कहा, “भारतीय टीम में हर किसी को अपनी भूमिका मालूम है, बस उन्हें आजादी से खेलने दिजिए। उदाहरण के लिए ईशान किशन को ही देख लीजिए, वह किस तरह गेंद को हिट करते हैं, उन्होंने हाल ही में दोहरा शतक भी जड़ा है। बस इन खिलाड़ियों को वहां जाने और अपना खेल खेलने के लिए कहें, उन्हें प्रतिबंधित न करें। ईशान किशन की तरह, आपको दो या तीन और खिलाड़ियों की जरूरत है जो खुद को अभिव्यक्त करने से नहीं डरते। इस लाइन-अप में ऑलराउंडर, बैटिंग ऑलराउंडर, बॉलिंग ऑलराउंडर की आवश्यकता होती है। टीम में इन खिलाड़ियों का कॉम्बिनेशन होना चाहिए। जिस तरह गौतम गंभीर ने अतीत में एंकर की प्रमुख भूमिका निभाई है, उसी तरह इस बार विराट कोहली उस भूमिका को निभाएंगे। वह ईशान किशन जैसे खिलाड़ियों की मदद करेंगे, जैसे उन्होंने किशन के दोहरा शतक लगाने पर शतक बनाया था।”

विश्व कप में टीम में महत्वपूर्ण खिलाड़ी कौन होंगे, इस बारे में श्रीकांत ने कहा, “हमें बस दो महत्वपूर्ण खिलाड़ियों की जरूरत है, रवींद्र जडेजा और जसप्रीत बुमराह। रवींद्र जडेजा बहुत महत्वपूर्ण हैं और दीपक हुड्डा भी। दीपक हुड्डा को विकसित करने पर काम करने की जरूरत है, हमें उनसे 10 ओवर नहीं चाहिए, हमें सिर्फ तीन से चार ओवर चाहिए। वह बल्लेबाजी ऑलराउंडर हो सकते हैं। टीम इंडिया के लिए अब समस्या यह है कि हमारे पास बल्लेबाजी ऑलराउंडरों की कमी है। उस समय हमारे पास युवराज सिंह थे जो एक बल्लेबाजी ऑलराउंडर थे, सहवाग एक और बल्लेबाजी ऑलराउंडर थे। सचिन तेंदुलकर भी तीन से चार ओवर फेंकते थे। हमें उनसे सिर्फ तीन से चार ओवर फेंकने की जरूरत है, 10 ओवर नहीं। ऐसे में अगर हमें ऐसा गेंदबाज मिलता है तो यह टीम इंडिया के लिए अच्छा होगा। दीपक हुड्डा को अपना खेल दिखाने का मौका मिलना चाहिए, आईपीएल में उनका प्रदर्शन देखना चाहिए और फिर फैसला करना चाहिए कि उन्हें रिजर्व में रहने की जरूरत है या नहीं। इसलिए वाशिंगटन सुंदर, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल, हार्दिक पांड्या निश्चित रूप से मेरी टीम में हैं और रिजर्व में दीपक हुड्डा को आजमा सकते हैं।”

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