एसआरएम यूनिवर्सिटी इन्नोवेटिव प्रोजेक्ट बनाने वाले छात्र किये गए पुरस्कृत
एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परमजीत सिंह जसवाल छात्रों को सम्मानित करते हुए।
राई। एसआरएम यूनिवर्सिटी दिल्ली एनसीआर, सोनीपत के इंजीनियरिंग और प्रोद्योगिकी संकाय में पढऩे वाले अंतिम वर्श के छात्रो द्वारा विभिन्न विषयो के अंतर्गत प्रोजेक्ट बनाए गए। अतिंम वर्ष के छात्रों से विभागाध्यक्ष डा. पुनीत गोस्वामी द्वारा इन्नोवेटिव प्रोजेक्ट आमत्रित किये थे। जिसके लिए छात्रों को 180 कार्य दिवसो का समय दिया गया था। जिसमे छात्रो ने अपनी प्रतिभा के अनुरूप करीब 150 प्रोजेक्ट सबमिट किए थे। प्रथम आकंलन के उपरांत 50 प्रोजेक्ट सेकंड फेस के लिए चिन्हित किए गए। जिसमे बाहरी विषेशज्ञ प्रो. राहुल निफटम युनिवर्सिटी से आमत्रित किये गये थे। जिनकी समीक्षा उपरान्त 15 प्रोजेक्टस को पुरूस्कार हेतु अनुमोदित किया गया। एसआरएम विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ परमजीत सिंह जसवाल द्वारा छात्रो की दुर्लभ प्रतिभा को देखते हुए सभी 15 प्रोजेक्टस सम्बंधित छात्रो को नकद पुरूस्कार से सम्मानित किया गया। प्रथम स्थान पर पुरस्कार पाने वालो मे लक्सस ऑटोस, परितोश यादव व अमन को 10,000 रूपये का नगद पुरस्कार व द्वितीय स्थान पर पुरस्कार पाने वालो मे साइन लैंग्वेज कन्वर्सेेशन असिस्टेंट, अतिक जैन को 5000 रूपये का परस्कार दिया गया व अन्य सभी छात्रों को कुलपति प्रो. परमजीत सिहं जसवाल, रजिस्ट्रार सैम्युल राज, निदेशक प्रवेश एवं प्रशासन मनोज माधवन कुट्टी, डीन इंजीनियरिंग और प्रोधोगिकी संकाय डॉ. रंजीत राय, कंप्यूटर विज्ञान और प्रोधोगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीत गोस्वामी द्वारा संयुक्त रूप से 2500 रूपये नगद से पुरस्कृत किया गया। प्रथम पुरस्कार पाने वाले छात्रों में लेक्सिस ऑटोस नामक प्रोजेक्ट बनाया जो कि एआई इनेबल ड्राइविंग सिस्टम फीचर से लैस है जो कि दिव्यांग जनो को समाज में अग्र श्रेणी में लाने में कारगर साबित होगा। द्वितीय पुरस्कार पाने वाले छात्रों में साइन लैंग्वेज कन्वर्सेशन असिस्टेंट नामक प्रोजेक्ट बनाया जो कि सुनने व बोलने में अक्षम व्यक्तियों के द्वारा प्रयोग किया जाएगा, जिसके द्वारा उनके लिए बनाए गए चिन्हों को साधारण व्यक्ति द्वारा सभी सम-झाया जा सकेगा, जिसके फलस्वरूप सुनने व बोलने में अक्षम व्यक्ति भी आसानी से अपनी बाते दूसरों को समझा सकेंगें।