केजीएमयू में एक छेद से छेद से आहार नली के कैंसर का सफल ऑपरेशन
लखनऊ, 27 नवम्बर। किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के चिकित्सकों ने छाती (चेस्ट) में केवल एक छेद से आहार नली के कैंसर का सफल आपरेशन किया है। इस प्रकार का आपरेशन केजीएमयू में ही नहीं बल्कि भारत में पहली बार हुआ है। इस ऑपरेशन में खाने के रास्ते को दूरबीन द्वारा छाती में ही जोड़ दिया गया।
अयोध्या के एक मंदिर के 60 वर्षीय पुजारी को कुछ समय से ठोस आहार लेने में हल्की दिक्कत होती थी परन्तु कुछ दिनों बाद जब तरल आहार लेने में भी कठिनाई होने लगी तब चिकित्सकीय जांच के बाद पता लगा की इनको आहार नली का कैंसर है। चूंकि बीमारी स्टेज थ्री में थी, इसलिए कीमोथेरेपी वा रेडियोथेरेपी द्वारा पहले गांठ को छोटा किया गया। इसके बाद मरीज़ को अक्तूबर माह में ऑपरेशन के लिए केजीएमयू में कैंसर सर्जरी विभाग में रेफर किया गया।
इस विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. शिव राजन जो कि जटिल आपरेशन पहले भी कर चुके हैं, डा. ने मरीज की सभी रिपोर्ट देखने के बाद उन्हें बताया कि इसका ऑपरेशन दूरबीन द्वारा संभव है।
विभागाध्यक्ष डा. विजय कुमार तथा पूर्व विभागाध्यक्ष प्रो. अरुण चतुर्वेदी के साथ ऑपरेशन की जटिलताओं की चर्चा करने के बाद डॉक्टर शिव राजन ने इस ऑपरेशन का निर्णय लिया।
सामान्यतया इस ऑपरेशन में छाती को 15 से 20 बउ चीरे से खोला जाता है या दूरबीन के द्वारा छाती में 4 से 5 छेद किए जाते हैं जिसमें छाती में गैस भरी जाती है और आहार नली निकालने के लिए किसी एक छेद को लगभग 5 बउ बड़ा किया जाता है। लेकिन देश में पहली बार डॉक्टर शिव राजन ने केवल 4 बउ के एक ही छेद से दूरबीन द्वारा इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक कर दिया। इसमें ना ही गैस का प्रयोग किया एवं ना ही छेद को बड़ा किया गया। इस ऑपरेशन में 6 घंटे लगे और पेट से खाने के रास्ते की ट्यूब बना कर दूरबीन द्वारा ही छाती में जोड़ा गया।
इस ऑपरेशन में डॉ शिव राजन के साथ निश्चेतन विभाग के प्रो. डॉ अजय चौधरी, डॉ रोहित, डॉ अंकुर चौहान तथा डॉ शाश्वत तिवारी रहे, सिस्टर कृष्णा एवं स्टाफ अमित भी शामिल रहे।
अब मरीज पूर्णतया मुंह से खाने लगा है और दसवें दिन अस्पताल से छुट्टी होकर अपने घर चला गया है। दूरबीन द्वारा छाती में एक छेद कर के गर्दन में खाने के रास्ते को जोड़कर ऑपरेशन भी पहली बार डॉ शिव राजन ने 2014 में केजीएमयू में किया था।
इस जटिल सफल सर्जरी को लेकर केजीएमयू कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (डा) बिपिन पुरी ने डा शिवराजन की भूरी भूरी प्रशंसा की एवं उन्हें एवं टीम को शुभकामनाएं दी ।