सरकारी बैठक में शामिल हुए सुगौली मुखिया पति सह सरकारी शिक्षक,अधिकारी मौन
बगहा, 17 अगस्त। बिहार सरकार के पंचायती राज विभाग ने त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के बाद पत्र जारी कर निर्देश दिया था कि महिला मुखिया या महिला जनप्रतिनिधि की जगह सरकारी बैठकों में अब मुखिया के पति या अन्य कोई दूसरा प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा।
आदेश के बावजूद नरकटियागंज में धड़ल्ले से नियमों का खुलेआम अधिकारियों के सामने धज्जियां उड़ाई जा रही है। आमलोगों को तो छोड़िए सरकारी शिक्षक अब मुखिया प्रतिनिधि बनकर सरकारी बैठकों में शामिल हो रहें हैं। दरअसल कचरा प्रबंधन के साथ पंचायतों में सोख्ता निर्माण कार्य को लेकर चयनित पंचायतों के पंचायत सचिव,स्वच्छता पर्यवेक्षक और मुखिया का बैठक हो रहा था, जिसमें सुगौली मुखिया की जगह उनके पती सह शिक्षक राम रतन राम विद्यालय अवधि में विद्यालय छोड़कर बैठक में शामिल हुए।
इस बैठक में अन्य मुखिया पति भी बैठक में उपस्थित रहें लेकिन किसी अधिकारियों ने इसकी खोज खबर नही ली। जबकि विभाग का सख्त आदेश है की बैठकों में वास्तविक पंचायत प्रतिनिधि छोड़कर कोई अन्य शामिल नहीं होगा। बावजूद इसके अनुपालन स्थानीय स्तर पर अधिकारी कराने में असफल रहते है इस बैठक में मनरेगा पीओ उमेश सिंह, एलएसबीए के बीसी राम विनय प्रसाद भी मौजूद रहें।
सुगौली पंचायत के ग्रामीणों ने बताया की मुखिया पति राम रतन राम कभी स्कूल नहीं जाते हैं और पूरे पंचायत के योजनाओं में हस्तक्षेप भी करते हैं, अब देखने वाली बात होगी की खबर सामने आने के बाद प्रशासन की ओर से इस शिक्षक पर क्या कार्रवाई होती है।