अवैध खनन स्वीकार्य नहीं, रोकथाम के लिए उठायें सख्त कदम: उपायुक्त ललित सिवाच
एनजीटी तथा प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों की अनुपालना करें सुनिश्चित- यमुना बांध का प्रयोग न हो खनन के लिए, अवरोधक बनाकर पकड़ें उल्लंघना करने वालों को- ओवरलोडिंग की नियमित रूप से जांच तथा रात्रि के समय जांच के दिए निर्देश-उपायुक्त ने जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की बैठक लेते हुए दिए आवश्यक दिशा-निर्देश
सोनीपत, 28 जून। उपायुक्त ललित सिवाच ने कड़े शब्दों में कहा कि अवैध खनन स्वीकार्य नहीं है। अवैध खनन की रोकथाम के लिए सख्त कदम उठाये जायें। इस दिशा में नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के निर्देशों की पूर्ण अनुपालना सुनिश्चित की जाए। इसके लिए जिला प्रशासन की ओर से हर संभव सहयोग मिलेगा।उपायुक्त सिवाच अवैध खनन रोकने के लिए गठित जिला स्तरीय टास्क फोर्स कमेटी की कैंप कार्यालय में मंगलवार को आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने विस्तार से खनन तथा अवैध खनन को लेकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि खनन नियमानुसार ही किया जाए। अवैध रूप से खनन पर पूर्ण पाबंदी है। यदि कहीं इस प्रकार की सूचना मिलती है तो तुरंत कड़ी कार्रवाई की जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि निर्धारित समय पर खनन बंद करवाना सुनिश्चित करें। इसके लिए पुलिस सहायता भी उपलब्ध करवाई जाएगी।उपायुक्त ने खनन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से रात्रि के समय भी जांच करें। इसके लिए उन्हें पूर्ण सहयोग दिया जाएगा। स्टॉक से भी ओवरलोडिंग नहीं होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने आरटीओ विभाग के अधिकारियोंं को निर्देश दिए कि वे ओवरलोडिंग गाडिय़ों को पकड़े और जुर्माना लगायें। ओवरलोडिंग गाडिय़ों के चालान करने की कार्रवाई लगातार जारी रखी जाए। इसके लिए विशेष रूप से अभियान चलायें। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को यमुना बांध की देखरेख के निर्देश देते हुए कहा कि बांध का प्रयोग खनन के लिए नहीं होना चाहिए। इसके लिए बांध पर अवरोधक लगाये जायें। इसकी नियमित जांच करें। नियमों की अनदेखी स्वीकार नहीं होगी। यदि कोई नियमों की अवहेलना करता है तो उनको गिरफ्तार करवायें। इसके लिए उन्होंने पुलिस विभाग को पुलिस सहायता व पूर्ण सहयोग देने के निर्देश दिए।इस दौरान खनन विभाग की ओर से कुछ गांवों की सूची दी गई, जिनमें अवैध रूप से खनन की सूचनाएं मिलती हैं। इन गांवों में बेगा, पबनेरा, मेहंदीपुर, बख्तावरपुर, नांदनौर, जगदीशपुर, मनोली व झुंडपुर विशेष रूप से शामिल हैं। उपायुक्त ने पुलिस विभाग को निर्देश दिए कि इस मामले मेंं खनन विभाग को पूर्ण सहयोग दिया जाए। अवैध खनन रोकना हमारा धर्म भी है और फर्ज भी है। सबके एकजुट प्रयासों से सफलता निश्चित है।बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त शांतनू शर्मा, एसडीएम शशि वसुंधरा, डीएसपी विरेंद्र सिंह, खनन अधिकारी अशोक कुमार, डीएफओ राजेश वत्स, एसडीओ दीपक राणा, गुरप्रीत सिंह आदि संबंधित अधिकारी मौजूद थे।