कार ने सपा व सुभासपा में बढ़ाई ‘रार’, कार्यालय से हटाई गाड़ी
-गठबंधन पर शुक्रवार को आ सकता बड़ा उलटफेर
लखनऊ, 14 जुलाई। उप्र में राजनीतिक गलियारे से इस वक्त की बड़ी खबर समाजवादी पार्टी (सपा) व सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) गठबंधन को लेकर सामने आ रही है। दोनों दलों के बीच बढ़ते राजनीतिक मतभेद के बीच गुरुवार को उपहार में मिली कार ने रार को तूल दे दिया है। ऐसे में शुक्रवार को सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने पत्रकार वार्ता बुलाना, गठबंधन के टूटने की संभावना को बल दे रहा है।
दरअसल, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव और गठबंधन के सहयोगी दल सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के बीच बीते कई दिनों से राजनीतिक मतभेद बढ़ते जा रहे हैं। इस दौरान दोनों ही दल एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाकर तंज कसने से भी नहीं चूक रहे हैं। ऐसे में गुरुवार को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को दी लग्जरी कार ने तूल पकड़ लिया है। यह कार सुभासपा के कार्यालय में खड़ी थी। यह बात जैसे ही मीडिया के सामने आई तो ‘कार पर रार’ शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि कार सपा के राष्ट्रीय सचिव के नाम पर है और प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान उपहार में दी गई थी और पार्टी अध्यक्ष राजभर के उससे चलने की बात कही जा रही है।
कार पर छिड़ी रार को लेकर सुभासपा के महासचिव अनुज राजभर ने बचाव में कहा कि, हम अपने संसाधन की गाड़ी से चलते हैं। पार्टी कार्यालय में खड़ी कार किसकी है इसकी जानकारी उन्हें नहीं है। उन्होंने अखिलेश यादव पर हमला बोलते हुए कहा कि, वो गठबंधन धर्म नहीं निभा रहे हैं। वह समाज, संविधान, लोकतंत्र की बात करने वाले अब गाड़ी पर बात करने आ गए है। यह लोग मुलायम सिंह यादव की मेहनत पर पानी फेरने का काम कर रहे हैं।
कार्यालय से हटी कार
कार पर बढ़ती रार को लेकर सुभासपा कार्यालय से देर शाम हटा दिया गया है। इस बीच सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ने शुक्रवार सुबह पत्रकार वार्ता बुलाई है। कार पर रार छिड़ने के बाद अचानक राजभर का वार्ता किया जाना सपा के गठबंधन टूटने के साथ किसी बड़े फैसले की ओर इशारा कर रहा है।