नई पीढ़ी को सुसंस्कृत बनाने के लिए बुजुर्गों का योगदान हमेशा रहता है : निर्मल चौधरी
लल्हेड़ी गांव के बुजुर्ग लख्मीचंद का समारोह में सम्मान करते हुए गणमान्य लोग।
गन्नौर। लल्हेड़ी कलां गांव में कम्यूनिटी सैंटर में बुजुर्ग सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें हरियाणवी गायक विकास पोखरिया, प्रेम सिंह देहाती, विकास की रागनियों ने लोगों का मनोरंजन करवाया। कार्यक्रम में विधायक व दीनबन्धू छोटूराम विश्विद्यालय के वीसी के अलावा गणमान्य लोगों ने शिरकत की। विधायक ने निर्मल चौधरी ने गांव के 90 वर्षीय बुजुर्ग पंडित लख्मीचंद के उनके पुत्र सतपाल द्वारा आयोजित सम्मान समारोह करने पर सराहना की। चौधरी ने कहा कि नई पीढ़ी को सुसंस्कृत बनाने के लिए बुजुर्गों का योगदान हमेशा रहता है। आज भी बुजुर्गों के अनुभव और सीख को आत्मसात कर भावी पीढ़ी नई सोच के साथ विकास की ओर अग्रसर हो रही है। बुजुर्गों ही नई पीढ़ी की नींव हैं और उन्हीं के बताए रास्ते पर नई पीढ़ी को जीवन में आगे जाना है। दीनबन्धू छोटूराम विश्विद्यालय के वीसी डा. राजेन्द्र कुमार अनयत नई पीढ़ी को वृद्धजनों का ध्यान रखना चाहिए। घर-समाज में बुजुर्गों का सम्मान भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा है। जिस समाज में बुजुर्गों का आशीर्वाद लेकर उनका मार्गदर्शन नहीं लिया जाता उस समाज का दिशा से भटकने की संभावना बनी रहती है। उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को बुजुर्गों के अनुभवों का लाभ उठाने में संकोच नहीं करना चाहिए। बुजुर्गों को बेशक युवाओं की तरह कंप्यूटर और स्मार्ट फोन का ज्ञान न हो लेकिन जीवन के कठिन दौर में या समस्याओं का सामना करने में बुजुर्गों का अनुभव उनका सार्थक मार्गदर्शन करने में सक्षम है। उनके पुत्र सतपाल ने कार्यक्रम में आए सभी लोगों का आभार जताया। इस मौके पर काफी संख्या में गायक व गणमान्य लोग मौजूद थे।